माता-पिता सबसे अच्छे मित्र व साथी, इनके चरणों में ही स्वर्ग : आर्षमति माताजी

ज्ञानार्ष भक्त परिवार ने किया आचार्य ज्ञानसागर अभा प्रतिभा सम्मान समारोह
बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर

ग्वालियर, 13 नवम्बर। बच्चे व्यसनों से दूर रहें, माता-पिता ही आपके सबसे अच्छे मित्र व साथी है। उनके चरणों में ही स्वर्ग है, उनका आशीर्वाद तुम्हारे जीवन में उन्नति का आधार बन सकता है। बच्चे संस्कार के साथ शिक्षा के क्षेत्र में समाज व राष्ट्र का नाम रोशन करती है। यह बात आर्यिका 105 आर्षमति माताजी ने रविवार को ज्ञानार्ष भक्त परिवार के तत्वावधान में जीवाजी विश्वविद्यालय स्थित अटल बिहारी वाजपेई सभागार में आयोजित जैन छात्र-छात्राओं प्रतिभा सम्मान समारोह में कही।
आर्यिकाश्री ने कहा कि प्रतिभाओं का सम्मान देश की युवा पीढ़ी को नकारात्मकता से दूर रखता है। प्रतिभा सम्मान समारोह का उद्देश्य मात्र सम्मान प्राप्त करना नहीं अपितु तनाव मुक्त जीवन, संस्कारों का शंखनाद, नेक इंसान बनना व मनोबल को सशक्त बनाना भी है। छात्र-छात्राओं के अंतरमन में कर्तव्य परायणता की ज्योति व आत्मविशावस को बढ़ाना है।

मन, बुद्धि, शरीर का स्वस्थ्य बनने से प्रतिभा प्राप्त होती है : केन्द्रीय मंत्री तोमर

प्रतिमा समारोह के मुख्य अतिथि केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने आर्यिकाश्री आर्षमति माताजी के चरणों में श्रीफल भेट कर मंगल आशीर्वाद लिया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि मन बुद्धि शरीर को स्वस्थ रखने वाले बच्चे अपने माता-पिता, गुरू का मान सम्मान करने वाले किसी भी प्रतिभा को सरलता से प्रभाकर प्रबलता के साथ ईश्वर तक को प्राप्त कर लेते हैं। आचार्य श्री ज्ञान सागर जी का मंगल आशीर्वाद भी मुझे समय-समय पर मिलता रहता था। आज हम सबके बीच नहीं है मगर आज उनके अंश के रूप में आर्यिकाश्री आर्षमति माता जी का सानिध्य मिला रहा है। केन्द्रीय मंत्री तोमर को ज्ञानार्ष भक्त परिवार के पदाधिकारियों ने साफा, माला पहनाकर एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

इन्होंने किया प्रतिभा सम्मान समारोह का शुभारंभ

जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि प्रतिमा सम्मान समारोह का शुभारंभ आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज के चित्र का अनावरण ज्ञानार्ष भक्त परिवार एवं दीप प्रज्वलित सुनील जैन दिल्ली ने किया। मंगल चरण चेतना शिक्षा मन्दिर ग्रुप एवं रितिका जैन दिल्ली ने किया। आर्यिकाश्री के पाद प्रच्छलन भागचंद्र, विष्णु, योगेश जैन परिवार एवं शास्त्र भेंट विवेक, मनोज जैन परिवार ने किया। देश के कोने-कोने से आए जैन समाज के श्रेष्ठजन का आयोजन समिति ज्ञानार्ष भक्त परिवार की ओर से सम्मानित किया गया।

देशभर के 22 राज्यों से आए 500 छात्र-छत्राओं को किया सम्मानित

प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि प्रतिभा सम्मान समारोह में संपूर्ण भारतवर्ष के सभी जैन संप्रदायों के प्रतिभाशाली जैन छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। इस वर्ष 2022 में जैन छात्र-छात्राओं ने कक्षा 10वीं व 12वीं में 90 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छत्राओं को वेदबैग, शील्ड, प्रशस्ति पत्र आदि से सम्मानित किया गया। समारोह में यूपीएससी, सीए, आईआईटी, क्लेट, नीट के साथ उच्च प्रसाशनिक सेवा में चयन एवं विशेष क्षेत्र में पुरस्कार/ सम्मान करने वाले प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को ज्ञानार्ष भक्त परिवार के पदाधिकारियों ने सम्मानित किया। कार्यक्रम में दिल्ली, भोपाल, इंदौर, मुजफ्फरनगर, देहरादून, उज्जैन, ग्वालियर, मुरैना, आगरा, मथुरा, झांसी आदि जगहों के छात्र-छात्राएं समारोह में पहुंचे।