नेताओं के सामने बौने लगते नाग

गौरई में श्रीमद् भागवत कथा के दौरान कवि सम्मेलन आयोजित

भिण्ड, 10 नवम्बर। ‘संसद में हुड़दंग है, उगल रहे हैं आग, नेताओं के सामने बौने लगते नाग।’ दोहाकार जितेन्द्र त्रिपाठी अमित लहार ने जब अपने दोहे सुनाए तो पंडाल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। अवसर था महेन्द्र सिंह चौहान गौरई (रौन) द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञानयज्ञ के दौरान आयोजित उजास कवि सम्मेलन का। जिसकी अध्यक्षता स्वामी अंबिकानंद सरस्वती जी महाराज जालौन ने व संचालन राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित साहित्यकार डॉ. सुनील त्रिपाठी निराला भिण्ड ने किया। मुख्य अतिथि के तौर पर कथा वाचिका साध्वी हर्षिता किशोरी जी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में पिपरौआ के पुत्तूसिंह पटेल, जगन्नाथ सिंह पटेल तथा अड़ोखर के फूलसिंह उपस्थित रहे।
कवि सम्मेलन में उरई के वीरेन्द्र तिवारी, हरिहर सिंह मानसभृंग लहार, किशोरीलाल बादल भिण्ड, डॉ. शिवेन्द्र सिंह शिवेन्द्र रौन, जितेन्द्र त्रिपाठी अमित लहार, आशुतोष शर्मा नंदू भिण्ड, हरीबाबू शर्मा निराला मिहोना, कृष्णा शर्मा चिराग अकोड़ा, कुंअर सिंह बसंत रौन, प्रतीक चौहान मानगढ़ ने प्रभावशाली काव्यपाठ किया। कथा परीक्षित अजमेर सिंह चौहान व गजेन्द्र सिंह नंबरदार ने सभी अतिथियों को शॉल श्रीफल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर पार्षद सुखेन्द्र सिंह चौहान, पत्रकार सत्येन्द्र सिंह चौहान मिहोना, मेहताब सिंह, सुरेश सिंह, विशम्भर सिंह, कोमल सिंह पिपरौआ, महादेव सिंह मानगढ़, रविन्द्र समाधिया रौन, सहित सैंकड़ों गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।