सेंट्रल बैंक के ग्राहकों के खाते से 1.16 करोड़ की धोखाधड़ी

लीड बैंक मैनेजर की रिपोर्ट पर असिस्टेंट मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज

भिण्ड, 04 नवम्बर। शहर कोतवाली पुलिस ने सेंट्रल बैंक ऑफ इण्डिया से विगत साढ़े छह माह के अंदर करीब एक करोड़ 16 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला गुरुवार की देर शाम दर्ज किया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
जानकारी के मुताबिक लीड बैंक प्रबंधक प्रताप सिंह पुत्र मनीराम सिंह ने शहर कोतवाली पुलिस को बताया कि बीटीआई चौराहा लहार रोड भिण्ड निवासी विश्वास दुबे पुत्र विनोद कुमार दुबे ने गत 18 मार्च से दो सितंबर 2022 तक करीब साढ़े छह माह के बीच सेंट्रल बैंक ऑफ इण्डिया भिण्ड के ग्राहकों के खाते से एक करोड़ 15 लाख 99 हजार 407 रुपए की रकम अपने सगे-संबंधियों के खाते में ट्रांसफर कर धोखाधड़ी कर गवन किया है। शहर कोतवाली पुलिस ने अग्रणी बैंक प्रबंधक की रिपोर्ट पर गुरूवार की देर शाम आरोपी के खिलाफ धारा 420, 409 भादंवि के तहत अपराध क्र.480/22 पंजीबद्ध कर मामले की विवेचना आरंभ कर दी है।

असिस्टेंट मैनेजर था आरोपी

एक जानकारी के मुताबिक इस घोटाले का आरोपी विश्वास दुबे सेंट्रल बैंक ऑफ इण्डिया की शाखा में असिस्टेंट मैनेजर की हैसियत से पदस्थ था। जिसे धोखाधड़ी का खुलासा होने के बाद 30 सितंबर 2022 को सस्पेंड किया जा चुका है। बावजूद इसके इस घोटाले की शिकायत पुलिस थाने में एक माह के उपरांत तीन नवंबर को दर्ज कराया जाना संदेहास्पद है।

सेटलमेंट नहीं होने पर पहुंचे थाने

बैंक से जुड़े सूत्र बताते हैं कि मिलीभगत से ही इतना बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम दिया जा सका है। इसमें कुछ अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी संलिप्त रहे हैं। दरअसल लीड मैनेजर ने इसके एवज में आरोपी से से सेटलमेंट करने का प्रयास किया था लेकिन दोनों के बीच विवाद हो गया। हालांकि इसके बाद अन्य अधिकारी-कर्मचारियों ने उनमें सुलह करवाने के प्रयास भी करवाए, लेकिन सेटलमेंट नहीं होने से लीड मैनेजर एक माह बाद थाने पहुंच गए।