आलमपुर में धूमधाम से विसर्जित हुई 501 खप्पर की विशाल बारी

कस्बे के लोगों ने पुष्पवर्षा कर, स्वल्पहार, जल पान कराकर माता के भक्तों का किया स्वागत

भिण्ड, 04 अक्टूबर। आलमपुर क्षेत्र की सुख समृद्धि एवं प्राचीन हरिहरेश्वर बड़ी माता मन्दिर के जीर्णोद्धार हेतु नवरात्रि के अवसर पर मन्दिर पर बोई गई 501 खप्पर की विशाल बारी नवमीं के दिन मंगलवार को स्थानीय सोनभद्रिका नदी में धूमधाम से विसर्जित हुई। विशाल बारी के विसर्जन को लेकर आलमपुर कस्बे के लोगों में इतना उत्साह था कि आलमपुर बाजार के लगभग सभी व्यापारी अपने व्यापार प्रतिष्ठान बंद कर बारी में शामिल हुए, इसलिए मंगलवार को आलमपुर का बाजार पूरी तरह से बंद रहा।
आलमपुर कस्बे में आयोजित विशाल जवारे महोत्सव के दौरान माता के जिन भक्तों ने हरिहरेश्वर बड़ी माता मन्दिर पर जवारे के खप्पर बुबाए थे। वह भक्तगण दोपहर में माता मन्दिर पर एकत्रित हुए और फिर क्रमबद्ध तरीके से अपने अपने खप्पर सिर पर रखकर नगर भ्रमण करते हुए जवारे विसर्जन के लिए निकल पड़े। विशाल बारी (जवारे) के नगर भ्रमण के दौरान अनेक महिलाएं, पुरुष एवं युवा भक्तगण डीजे बैण्ड पर बज रहे धार्मिक गानों की धुन पर नाचते गाते और माता के गगनभेदी जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। इस दौरान जहां कस्बे के लोगों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर माता के भक्तों का स्वागत किया। तो वही खाटू श्याम परिवार के सदस्यों ने बस स्टेण्ड तथा हरीमोहन अग्रवाल द्वारा विजय मंच के पास काफिले में शामिल माता के भक्तों को जल पान एवं स्वल्पहार कराकर स्वागत किया गया।
हरिहरेश्वर बड़ी माता मन्दिर से शुरू हुआ 501 खप्पर जवारे का काफिला छेदी मन्दिर, नई मस्जिद, बस स्टेण्ड, विजय मंच, तिवारी मोहल्ला, खोडऩ, छोटी माता मन्दिर, महाजन घटिया, पुरोहित मोहल्ला, चौधरी हाल, चौहान गली, तला की पार होते हुए सोनभद्रिका नदी के खिरिया घाट पर पहुंचा जहां पर धूमधाम से जवारे विसर्जित किए गए। आलमपुर कस्बे में आयोजित इस विशाल धार्मिक आयोजन में सभी उम्र दराज के करीब तीन हजार माता के भक्तगण शामिल हुए। विशाल बारी के नगर भ्रमण के दौरान आलमपुर नगर निरीक्षक केदार सिंह यादव, उपनिरीक्षक हुकुम सिंह चौधरी पुलिस बल के साथ जवारे विसर्जन तक सुरक्षा व्यवस्था सम्हाले रहे।

प्राचीन मन्दिर का जीर्णोद्धार जारी

आलमपुर कस्बे के लोगों की आस्था का केन्द्र प्राचीन हरिहरेश्वर बड़ी माता मन्दिर पर इस समय जन सहयोग से जीर्णोद्धार का कार्य तीव्र गति से चल रहा है। राजस्थान से मंगाए गए लाल रंग के कांट छांट एवं बेल बूटेदार पत्थरों से हरिहरेश्वर बड़ी माता मन्दिर के स्वरूप को आकर्षक रूप से सजाए जाने का कार्य चल रहा है। जिस पर करीब पांच से सात लाख रुपए खर्चा होने की संभावना है। विशाल जवारे महोत्सव की बची हुई सहयोग राशि भी मन्दिर के जीर्णोद्धार में खर्च की जाएगी।