राष्ट्रकवि की जयंती पर ऑनलाइन कवि सम्मेलन आयोजित

भिण्ड, 04 अगस्त। काव्य मंजूषा साहित्य बल्लरी इकाई भिण्ड के तत्वाधान में संस्था सचिव डॉ. मुकेश शर्मा के संयोजन में राष्ट्र कवि मैथिलीशरण गुप्त की जयंती पर आयोजित ऑन लाइन कवि सम्मेलन की अध्यक्षता अध्यक्षता कवि विनोद सिंह गुर्जर निर्मल ने की तथा संचालन अंजुम मनोहर द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. शशिबाला राजपूत के द्वारा सरस्वती वंदना से किया गया। काव्यपाठ करने वालों में बृजेश पटवारी ने कहा राम नाम लिखने से तो पत्थर भी तैर गए, कवयित्री सपना स्वप्निल ने कहा जब जब में आपकी आवाज सुनती हूँ, तड़प महसूस करती हूं। सखवीर सिंह, सुखी ने कहा यूं बदली है सोच जिन्दगी की कि क्या कहूं, विनोद सिंह गुर्जर निर्मल ने कहा कि ओ कवि तुम मत कविता बेंचो, भावों का मोल क्या पाओगे। कवि सम्मेलन में सुरेश अष्ठाना ने चीर कर पहाड़ों का सीना राह आसान मैं बनाता हूँ कविता पढ़ी तथा यश कौशल एवं संचालन कर रहे कवि अंजुम मनोहर ने श्रंृगार रस की रचनाओं से सभी का दिल जीत लिया। कार्यक्रम के अंत में अध्यक्ष द्वारा राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त के साहित्य पर प्रकाश डाला गया।