सात माह से बंद है बैसली नदी का पुराना पुल, मरम्मत का काम अब तक नहीं हुआ शुरू

नए पुल पर लोड बढऩे से धराशायी होने का खतरा

भिण्ड, 11 सितम्बर। गोहद चौराहा व नगर को जोडऩे वाला बैसली नदी पर बना करीब 50 वर्ष पुराना पुल क्षमता से अधिक वाहन निकलने से क्षतिग्रस्त हो गया है, इस पुल पर भारी दरार आ गई हैं। पुल अधिक जर्जर ना हो जाए, साथ ही उनकी मरम्मत कराई जा सके, इसके लिए सात माह पहले पुल के दोनों तरफ सेतु निगम द्वारा ईंट की दीवार बनाकर आवागमन को बंद कर दिया था। लेकिन सात माह बीत जाने के बाद भी विभाग द्वारा पुल मरम्मत का कार्य शुरू नहीं किया है। ऐसी स्थिति में नदी पर बने नवीन पुल से रोजाना रेत और गिट्टी से भरे ओवर लोड डंपरों के निकलने से लोगों को नए पुल के जर्जर होने की चिंता सताने लगी है।
ज्ञात हो कि नए पुल के बनने से पहले पूरा लोड पुराने पुल पर ही था, रात के वक्त सबसे अधिक रेत-गिट्टी से भरे ओवर लोड ट्रक और डंपर का आवागमन बढ़ जाता था। ओवर लोड वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध ना लगाए जाने के कारण पुल जर्जर हो गया था।

नए पुल में भी उद्घाटन से पहले आई थीं दरारें

वर्ष 2017 में शासन द्वारा पुराने पुल के पास नवीन पुल बनाने की मंजूरी दी गई थी। शासन की मंजूरी के बाद पुल बनाने का ठेका लोक निर्माण विभाग द्वारा वर्ष 2018 में प्रिंस कार्पोरेशन को दिया गया। जिसका भूमि पूजन तत्कालीन मंत्री लालसिंह आर्य ने किया था। 13 जून 2018 भूमि पूजन के बाद प्रिंस कार्पोरेशन पुल बनाने का शुरू किया गया, कंपनी को 2019 में पूरा करना था, लेकिन कंपनी द्वारा पुल निर्माण कार्य में बरती गई लापरवाही के कारण पुल जनवरी 2021 में बनकर तैयार हुआ। निर्माण के दौरान कंपनी घटिया सामग्री निर्माण सामग्री का उपयोग किया था, जिसके चलते उद्घाटन से पहले ही पुल की स्लैब और पुल में दरारें दिखाई देने लगी थी। जिससे लोग आशंकित हैं कि नए पुल से ओवरलोड वाहन निकल रहें, इसलिए दरकने का डर सता रहा है। लोगों का मानना है कि नया पुल पुराने पुल की तरह मजबूत नहीं बना है।

इनका कहना है-

पुल के मरम्मत का प्राक्कलन शासन के पास स्वीकृति के पास भेज दिया है। शासन से स्वीकृति मिलने के बाद पुल का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
ज्ञानवर्धन मिश्रा, इंजीनियर सेतु निगम