साक्षरता से ही सुधार संभव, समाज का हर व्यक्ति हो साक्षर

शासकीय विद्यालय रछेड़़ी में विधिक जागरूकता शिविर आयोजित

भिण्ड, 08 सितम्बर। मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर तथा प्रधान न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला न्यायालय भिण्ड के आदेशानुसार तथा जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिविसेप्रा भिण्ड सुनील दण्डौतिया के मार्गदर्शन में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर शासकीय विद्यालय ग्राम रछेड़़ी जिला भिण्ड में विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर जिला विधिक सहायता अधिकारी, जिविसेप्रा भिण्ड सौरभ कुमार दुबे ने छात्रों को संविधान द्वारा प्रदत्त मूल अधिकारों, मूल कर्तव्यों, विधिक सहायता योजना, पैरालीगल वॉलेंटियर्स स्कीम इत्यादि के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षा सुधार की जननी है तथा हर व्यक्ति को समाज में सकारात्मक सुधार लाने हेतु साक्षर होना आवश्यक है, जिसके लिए उसे सतत प्रयास करना चाहिए। उन्होंने साक्षरता में भारत की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 1947 में भारत की साक्षरता दर सिर्फ 12 प्रतिशत थी, जो आज बढ़कर 74.04 प्रतिशत हो गई है, इस वृद्धि में शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009, शासन की विभिन्न योजनाओं के साथ ही समाज की शिक्षा के प्रति जागरुकता ने बहुत अहम भूमिका निभाई है। इस अवसर पर प्राध्यापक संतोष सिंह यादव, पीएलव्ही बृजेन्द्र सिंह एवं सुमित यादव उपस्थित रहे।