नप आलमपुर को लेखापाल ने बनाया भ्रष्टाचार का अड्डा, शासनादेश के बाद भी स्थाई कर्मचारियों को एरियर भुगतान नहीं किया : वाल्मीकि

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कलेक्टर को पत्र लिखकर लेखापाल के कार्यों की जांच कर वैधानिक कार्रवाई की मांग की

भिण्ड, 05 सितम्बर। नगर परिषद आलमपुर में स्थाई सफाई कर्मचारियों एवं अन्य कर्मचारियों को आज तक सातवें वेतनमान के एरियर की तीसरी किश्त का भुगतान नहीं किया गया है, जबकि मप्र शासन द्वारा इस संबंध में की बार आदेश किए जा चुके हैं। लेकिन लेखापाल शिवशंकर जाटव द्वारा भ्रष्टाचार कर लापरवाही की जा रही है। यह बात राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी मजदूर यूनियन के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट गुडडू वाल्मीकि ने भिण्ड कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस लिखे पत्र में कही।
राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट वाल्मीकि ने बताया है कि मप्र पुनरीक्षण नियम 2017 के अंतर्गत सातवें वेतनमान के एरियर का भुगतान तीन किस्तों में करना था, इसके लिए शासन ने आदेश भी जारी किए लेकिन नगर परिषद आलमपुर में 20-25 वर्षों से पदस्थ लेखापाल शिवशंकर जाटव की लापरवाही के कारण आज तक सातवें वेतनमान के एरियर की तीसरी किस्त का भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि लेखापाल ने नगर परिषद आलमपुर को भ्रष्टाचार का अड्डा बना लिया है तथा वर्ष 2018 के पूर्व भी लेखापाल और जय बजरंगबली कंस्ट्रक्शन आउटसोर्स एजेंसी द्वारा सफाई कर्मियों का ठेके के नाम पर लाखों रुपए का भुगतान कर नगर परिषद को चपत लगाई है तथा सफाई कर्मचारियों से कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराकर भुगतान कराया जाता था। यूनियन द्वारा भ्रष्टाचार उजागर करने एवं विरोध करने पर सफाई कर्मचारियों का ठेका खत्म कर बैंक से भुगतान किया गया तथा जल्द ही ईपीएफ देने का आश्वासन दिया गया। लेकिन लेखापाल शिवशंकर जाटव द्वारा सफाई कर्मियों का शोषण करने की मानसिकता के कारण सफाई कर्मचारियों की समस्याओं का नहीं किया गया। एडवोकेट गुडडू वाल्मीकि ने लेखापाल शिवशंकर जाटव द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार की शिकायत लोकायुक्त करने की चेतावनी दी।