मुनिश्री विनय सागर महाराज ने अपने हाथों से किए केशलोच

मुनिश्री के चतुर्मास में विराजित होंगे भगवान जिनेन्द्र, निकाली शोभायात्रा, मंगल कलश से अगवानी महिलाओं ने की
महामृत्युज्य कल्याण मन्दिर विधान आज

ग्वालियर, 25 जुलाई। ग्वालियर के इतिहास में प्रथम बार माधवगंज में साधनमय पावन वर्षयोग समिति व मुख्य सहयोगी संस्था पुलक मंच परिवार ग्वालियर के तत्वावधान श्रमण मुनि श्री 108 विनय सागर महाराज ससंघ के चार माह चातुर्मास में विराजित होने के लिए भगवान जिनेन्द्र की शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ सोमवार को माधवगंज स्थित चितेरा ओली जैन मन्दिर से चतुर्मास अशियाना भवन तक शोभायात्रा निकाली गई।


जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मुनि श्री विनय सागर महाराज के सानिध्य में भगवान जिनेन्द्र की भव्य शोभायात्रा चितेरा ओली दिगंबर जैन मन्दिर से गाजे-बाजे के साथ निकाली गई। शोभायात्रा दिगंबर जैन मन्दिर से शुरू होकर महाराज बाड़ा, माधवगंज मार्ग से होती हुई कार्यक्रम स्थल चातुर्मास अशियाना भवन पहुंची। शोभायात्रा में महिलाओं ने मंगल कलश से भगवान जिनेन्द्र की भक्ति नृत्य करते हुए अगवानी की। पुरुषों ने कंधे पर पालकी विराजि भगवान जिनेन्द्र को जयकारे लगाते हुए लेकर चल रहे थे। भगवान जिनेन्द्र की आरती एवं मुनिश्री के पाद प्रक्षालन जगह जगह जैन समाज के लोगों ने किए।

मुनिश्री ने मंत्रों से भगवान जिनेन्द्र अभिषेक एवं बृहद शांतिधारा कराई

मुनिश्री के सानिध्य में विधानचार्य विजय कुमार शास्त्री आगरा ने मंत्रोच्चारण के साथ पीले वस्त्रों में भगवान जिनेन्द्र का प्रथम कलश से जलाभिषेक सोहनलाल जी मनोज जैन कॉलेज सहित इन्द्रों ने जयकारों के साथ किया। वहीं मुनिश्री ने अपने मुखरबिंद मंत्रों से भगवान जिनेन्द्र की बृहद शांतिधारा सचिन जैन गुड़ागांव परिवार ने की। अभिषेक के उपरांत श्रृद्धालुओं ने संगीतकार शुभम जैन सैमी के भजनों पर भगवान जिनेन्द्र की दीपों से महाआरती झूमकर सामूहिक रूप से की। मुनिश्री के पाद प्रक्षालन राजेश जैन लाला एवं शास्त्र भेंट विजय कुमार अजय जैन परिवार ने किए।

मुनिश्री ने हाथों को कैची बनकर किया केशलोच, रखा उपवास

चातुर्मास स्थल पर श्रमण मुनि श्री विनय सागर महाराज ने अपने सिर और दाढ़ी के बालों को अपने हाथों को कैंची बनाकर उखाड़े। मुनिश्री का केशलोचन सुबह छह बजे से शुरू होकर आठ बजे तक चला। उनके केशलोच करने में सहयोग ब्रह्मचारी भैया अभिनंदन जी ने किया। जिसस दिन मुनिश्री केश लोचन करते हैं उस दिन उपवास रहता है। वैसे जैन मुनि 24 घण्टे में एक बार भोजन करते हैं। मुनिश्री के सानिध्य में 26 जुलाई मंगलवार को महामृत्युज्य कल्याण मन्दिर विधान सुबह 6:30 बजे से आयोजित होगा।

शरीर श्वांस से चलता है, पर जीवन आत्मविश्वास से आगे बढ़ता है : विनय सागर

मुनि श्री विनय सागर महाराज ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि शरीर श्वांस से चलता है पर जीवन आत्मविश्वास से आगे बढ़ता है, इसलिए अपने आत्मविश्वास को मन की शक्ति को हमेशा सुरक्षित रखें। किस्मत के बंद तालों को खोलना है तो उसका पहला मंत्र है- जीवन में हमेशा सकारात्मक नजरिया रखें, दूसरा- आप क्या और कैसा बनना चाहते हैं लक्ष्य निर्धारित करें, तीसरा- लक्ष्य प्राप्ति की योजना तैयार करें, चौथा- हां मैं यह कर सकता हूं, अपने भीतर ऐसा आत्मविश्वास जगाएं और अंतिम मंत्र है- लगन के साथ लगातार पुरुषार्थ करते रहें। अपने भीतर लक्ष्य प्राप्ति का जज्बा पैदा करें और अपने नजरिए को हमेशा सकारात्मक बनाए रखें।