विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर निकली रैली

भिण्ड, 09 जून। विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर श्रम विभाग, विधिक सेवा प्राधिकरण, चाइल्ड लाइन, बाल कल्याण समिति, ऑल इंडिया एनजीओ एसोसिएशन, एसजेपीयू जिला भिण्ड के सहयोग से रविवार को रैली का आयोजन किया गया। जिसमें जिला विधिक सहायता अधिकारी सौरव दुबे ने रैली का शुभारंभ किया। रैली इन्दिरा गांधी चौराहा से भिण्ड बस स्टेंड पर पहुंची जहां पर रैली समापन किया गया।
इस अवसर पर चाइल्ड लाइन के डायरेक्टर शिवभान सिंह राठौड़ ने बताया कि 19 साल पहले इसकी शुरुआत अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) द्वारा बाल श्रम को रोकने के लिए की गई थी, इस दिन को मनाए जाने का उद्देश्य बच्चों से मजदूरी ना कराकर उन्हें शिक्षा दिलाने और आगे बढ़ाने के लिए जागरूक करना है। लेकिन कोरोना काल के दौरान 2021 में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में 16 करोड़ बच्चे बाल श्रम की चपेट में हैं। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि मौजूदा महामारी की वजह से लाखों बच्चों के जीवन पर खतरा मंडरा रहा है। सरकार और संगठनों के साथ-साथ दुनियाभर में लाखों लोगों को हर साल बाल श्रम को रोकने के लिए जागरूक किया जा रहा है फिर भी इनकी तादाद बढ़ती जा रही है। कई बच्चे ऐसे हैं जो बहुत छोटी उम्र में अपना बचपन खो देते हैं।


श्रम निरीक्षक मनीष झा ने बताया कि हर वर्ष कि भांति विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के मौके पर हर साल नई थीम रखी जाती है। जोकि इस वर्ष कि थीम का नाम ‘यूनिवर्सल सोशल प्रोटेक्शन टू एण्ड चाइल्ड लेबर’ मतलब ‘बाल श्रम को समाप्त करने के लिए सार्वभौमिक सामाजिक संरक्षण’ पिछले वर्ष में इसकी थीम ‘कोरोना वायरस के दौर में बच्चों को बचानाÓ रखी गई थी। वजह यह थी कि 152 मिलियन बच्चे करते हैं, मजदूरी कोरोना महामारी के कारण कई देशों में लॉकडाउन की स्थिति उत्पन्न हुई। इससे बहुत लोगों की जिंदगी पर असर पड़ा और इस वजह से काफी बच्चों की जिंदगी भी प्रभावित हुईं। ऐसी स्थिति में बहुत बच्चों को बाल श्रम में धकेला गया। आईएलओ की एक रिपोर्ट के अनुसार, 152 मिलियन बच्चे होटल, ढाबा, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, मोटर गैराज आदि पर मजदूरी करते हैं, जिसमें से 73 मिलियन बच्चे खतरनाक काम करते हैं। इनमें निर्माण कार्य, खेती, माइंस और फैक्ट्रियों में काम करते हैं।
रैली के दौरान बाल कल्याण समिति के सदस्य सुनील दुबे एवं अयाना प्रभारी नीलकमल सिंह भदौरिया ने सभी छोटे बड़े व्यापारी, ठेकेदार, चाहे वो होटल, डाबा, मिष्ठान भण्डार, मोटर गैराज, बैण्ड वाले आदि को बताया कि अगर आप किसी बच्चे से बाल मजदूरी कराते हुए पाए गए तो आपको खिलाफ एफआईआर होगी और जुर्माना भरना पड़ेगा। चाइल्ड लाइन टीम ने दुकानों पर पेंपलेट चिपकाए और वितरण कर शहर वासियों को जागरूक किया। इस अवसर पर एसजेपीयू प्रभारी मुन्नासिंह नरवरिया, पूर्व सीडब्ल्यूसी चेयर पर्सन डॉ. रविन्द्र शर्मा, श्रम निरीक्षक मालनपुर नितेश कुमार ब्रजपुरिया, उपेन्द्र व्यास, अन्नू तोमर, अजब सिंह, आकाश, अनमोल चतुर्वेदी, धीरेन्द्र आदि के सहयोग से रैली को सफल बनया गया।