पक्षियों के लिए जल पात्र लगाने से आंतरिक सुख की अनुभूति होगी : नंदू

भिण्ड, 09 जून। सर्वे भवंतु सुखिन: सामाजिक समिति के सदस्यों ने रविवार को ग्राम डिड़ीखुर्द में शीतल सकोरा अभियान के तहत 40 से अधिक सकोरे पेड़ों पर टांगे। समिति के सदस्य प्रतिदिन इन सकोरों को साफ करके शीतल जल से भरते हैं और डालते दाना है।
कार्यक्रम के तहत डिड़ीखुर्द में ग्रामीणों से संवाद करते हुए एडवोकेट आशुतोष शर्मा नंदू ने कहा कि हर जीव में ईश्वर बैठा है, हम यह कार्य किसी पक्षी के लिए नहीं, ईश्वर के लिए ही कर रहे हैं और उस ईश्वरीय भाव से मानवता की दृष्टि से जो भी हमसे काम होगा निश्चित रूप से वह आंतरिक सुख देगा। आंतरिक सुख की अनुभूति ही सच्चा ईश्वरीय सुख है। यदि व्यक्ति को आंतरिक सुख नहीं है तो सारी धन, दौलत, संपत्ति सारे पदार्थ व वैभव सब बेकार हैं। उन्होंने आगे कहा कि हर साल गर्मी के मौसम में कई पशु-पक्षी प्यास और हीटस्ट्रोक का शिकार होकर जीवन खो देते हैं। सभी अपने घर-कार्यालय की छतों पर, बालकनी में पक्षियों के लिए पानी और आश्रय का प्रबंध करें। इससे गर्मी के कारण पक्षियों की होने वाली मौत में कमी आ सकती है। हम बेजुबानों की भाषा समझ नहीं पाते हैं। लेकिन उन्हें भी कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्हें भी जीने के लिए खाना-पानी और अच्छे वातावरण की जरूरत होती है। प्रकृति ने पक्षियों का शरीर इस तरह बनाया है कि वे गर्मियों का सामना कर सकें। उन्हें पसीना नहीं आता। उनकी कुछ प्रजातियां रक्त प्रवाह को भी नियंत्रित कर सकती हैं, जिससे शरीर को ठंडा रखने में मदद मिलती है। हालांकि तापमान बढऩे पर पक्षियों को भी मदद की जरूरत होती है।
उन्होंने ग्रामीणजनों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस अभियान में बढ़-चढ़कर सहयोग किया, उससे युवा पीढ़ी व बच्चे जागरूक होंगे और भविष्य में वह भी स्वत: इस कार्य को अपने आप करेंगे और बेजुबान पशु-पक्षियों की भावनाओं को समझ सकेंगे। इस अभियान में जुड़े सक्रिय सदस्य कौशल यादव, दीपक यादव, अजय यादव, अमन यादव, आकाश शर्मा, सौरव यादव, रवि श्रीवास, पंकज यादव, छोटू यादव, पिंटू यादव, मनीष यादव आदि लोगों का विशेष सहयोग रहता है।