आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने परियोजना स्तर पर सौंपे ज्ञापन

मांगों को लेकर सभी परियोजनाओं में किया गया प्रदर्शन

भिण्ड, 29 मार्च। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन मप्र जिला इकाई भिण्ड के तत्वाधान में जिले भर में परियोजना स्तर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने मंगलवार को प्रदर्शन उपरांत अपनी मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के नाम एसडीएम/ परियोजना अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे।
ज्ञापन में आंगनबाड़ी कर्मियों को नियमित करने, तब तक न्यूनतम वेतन एवं समाजिक सुरक्षा योजनाओं को लाभ दिलाए जाने, जन विरोधी नीतियों को वापस लेने, आंगनबाड़ी परियोजनाओं सार्वजनिक उद्योगों का निजीकरण रोकने की मांग की गई। ज्ञापन में कहा गया है कि महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के लिए वेतन का कोई प्रावधान न किया जाकर मानदेय पर काम कराया जा रहा है और 35-40 वर्ष की सेवा करने के बाद भी कार्यकर्ता सहायिकाओं को कर्मचारी का दर्जा न्यूनतम वेतन एवं सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभ से वंचित रखा जा रहा है। सेवानिवृत्ति पर पेंशन आदि का कोई भी लाभ नहीं दिया जाता है।


ज्ञापन में आगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को कर्मचारों के रूप में नियमित किए जाने एवं न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए तथा सेवा निवृत्ति पर 10 हजार रुपए मासिक पेंशन सहित सामाजिक सुरक्षा लाभ दिलाए जाने की मांग की गई है। बजट में आईसीडीएस के लिए पर्याप्त राशि का प्रावधान किए जाने, सेवानिवृत्ति पर कार्यकर्ता को 5 लाख रुपए दिए जाने, सहायिकाओं के लिए मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी आयु प्रमाण पत्र मान्य किए जाने, श्रम कानूनों का लाभ दिलाए जाने, कार्यकर्ता का पद रिक्त होने पर सहायिकाओं को उसी केन्द्र पर पदोन्नत किए जाने, केन्द्रों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किए जाने, कोविडकाल की ड्यूटियों का अतिरिक्त भुगतान किए जाने, सहित अनेक मांगें रखी गई हैं। भिण्ड शहरी, ग्रामीण एवं बरोही परियोजना में साधना भदौरिया के नेतृत्व में संयुक्त रूप से ज्ञापन सौंपने वालों में विनीता राजावत, कमलेश शर्मा, किशोरी वर्मा, किरन, रेखा श्रीवास्तव, शारदा भदौरिया, कांती भदौरिया, आरती भदौरिया, उमा शर्मा, पुष्पा नरवरिया, निशा भदौरिया, चन्द्रकांता, प्रियंका शर्मा, गुडिय़ा शर्मा, मनोज, स्वाती, सीमा, विनीता शर्मा, रीनू, नीलम श्रीवास्तव आदि कार्यकर्ता एवं सहायिका मौजूद रहीं।