किसानों का बाजरा खरीदना बंद नहीं किया जाए

भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधियों की कलेक्टर से मुलाकात

भिण्ड, 07 दिसम्बर। जिले के समस्त उपार्जन केन्द्रों पर बाजरा खरीदना बंद कर दिया गया है। उपार्जन केन्द्रों के प्रभारियों का कहना है कि सेंट्रल वेयर हाउस के अधिकारी बाजरा जमा नहीं कर रहे हैं। वे आरोप लगाते हैं कि बाजरा सही नहीं है, जबकि हम लोग किसानों के बाजरे का सैंपल लेकर पास होने के बाद ही बाजरा खरीदते हैं, यदि बाजरा वेयर हाउस में जमा नहीं होगा तो हम भुगतान कहां से करेंगे। खरीद बंद होने से किसानों में आक्रोश व्याप्त है।
भारतीय किसान संघ का प्रतिनिधि मण्डल किसानों की समस्या को लेकर प्रदेश उपाध्यक्ष नमो नारायण दीक्षित के नेतृत्व में कलेक्टर भिण्ड से मिला और इस समस्या से अवगत कराया। कलेक्टर ने बताया कि बाजरा काला पड़ गया है ऐसी शिकायत मिली है, हमने सरकार को पत्र लिखा है, किसानों ने बताया कि भिण्ड जिले में वर्षात होने के बाद बाजरा की फसल ली गई है, इसलिए काला नहीं पड़ा है। कुछेक किसानों के बाजरा का रंग हल्का सा बदल गया है उसे खरीदा जाना चाहिए यदि काला पड़ गया है, तो हम लोग खुद ही नहीं बेचे गए।
किसान संघ के सचिव बृजेश चौधरी ने कहा कि प्राकृतिक प्रकोप के कारण किसानों के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। यदि बाजरा नहीं खरीदा गया तो हम सब किसान आंदोलन करने को मजबूर होंगे। किसान संघ ने मांग की है कि यूरिया एवं डीएपी उपलब्ध कराई जाए, खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाई जाए। जिलाध्यक्ष रामसिंह चौहान ने सिंध नदी पर इंदुर्खी पुल टूट जाने से किसानों को बहुत परेशानी हो रही है। वहां अस्थाई पैंटून ब्रिज बनाया जाए। कलेक्टर ने तत्काल ब्रिज कार्पोरेशन के अधिकारियों से चर्चा की और व्यवस्था करने के आदेश दिया। प्रतिनिधि मण्डल में रमेशबाबू चौधरी, लक्ष्मण सिंह नरवरिया, ब्रजेश चौ. जनवेदना सिंह, अमायन तहसील अध्यक्ष लालसिंह, सोनू भदौरिया, तहसील अटेर अध्यक्ष शैलेन्द्र भदौरिया आदि शामिल थे।