– प्रस्फुटन समिति की सक्रियकरण बैठक में दिया माटी गणेश-सिद्ध गणेश का प्रशिक्षण
भिण्ड, 18 अगस्त। विकास खण्ड स्तरीय प्रस्फुटन समिति अटेर की सक्रियकरण बैठक सह प्रशिक्षण और माटी गणेश सिद्ध गणेश प्रशिक्षण कार्यक्रम पीएमश्री एमजेएस कॉलेज भिण्ड में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला समन्वयक मप्र जन अभियान परिषद भिण्ड डॉ. शिवप्रताप सिंह भदौरिया, विशिष्ट अतिथि नारायण सिंह उपस्थित रहे। प्रथम सत्र में विकास खण्ड समन्वयक सोहन सिंह भदौरिया ने प्रस्फुटन समिति के प्रतिनिधियों को जन अभियान परिषद के उद्देश्यों और समिति के कार्यों को लेकर विस्तृत चर्चा की। द्वितीय सत्र में माटी गणेश सिद्ध गणेश अभियान पर विस्तृत चर्चा हुई।
जिला समन्वयक डॉ. शिवप्रताप सिंह भदौरिया ने कहा कि शासन ने माटी गणेश सिद्ध गणेश अभियान से एक अनूठी पहल की शुरू करके जन अभियान परिषद के लोगो के साथ प्रकृति संरक्षण को लेकर नई शुरुआत की है। सनातन काल से हम पार्थिव गणेश जी की पूजा करते रहे हैं। शिव पुराण में भी पार्थिव गणेश की पूजा का उल्लेख है। माता पार्वती ने भी पहले पार्थिव गणेश की स्थापना की थी फिर शिवजी ने उसमें प्राण डाले थे। आचार्य वराहमिहिर ने भी पार्थिव गणेश की पूजा को मूर्ति की अन्य धातु की पूजा से बेहतर माना है। हमारी धर्म, संस्कृति भी यही कहती है कि ज्यादा पुण्य लाभ लेने हो तो हमें पार्थिव मूर्ति का उपयोग करना चाहिए। प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति में बहुत केमिकल का उपयोग किया जाता है जो जलीय जंतु, फसलों, मनुष्य सभी को नुकसान पहुंचाता है। यह एक छोटी सी शुरुआत है। हम पर्यावरण को बचाने के लिए इस अभियान से जुड कर बहुत बडा सामाजिक कार्य करने जा रहे हैं।
विशिष्ट अतिथि शैलेष नारायण सिंह ने कहा कि मां भारती की पावन मिट्टी का उपयोग करके हम बडे से बडे कार्य कर सकते हैं, ऋषि मुनियों ने भी इसका उपयोग करके हमे मार्ग दर्शन किया है। मिट्टी गणेश सिद्ध गणेश अभियान हम सभी मिल कर चलाने जा रहे हैं, यह एक बहुत बडा सामाजिक कार्य है। सभी लोग जाकर अपने क्षेत्र की गणेश उत्सव समिति से भी संपर्क कर लोगों को प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति की जगह मिट्टी की गणेश प्रतिमा रखने का संदेश दें तभी इस आभियान की सार्थकता सिद्ध होगी और अभियान सफल होगा। जन अभियान परिषद के कार्यों से समाज में परिवर्तन हो रहा है यही जन अभियान की सार्थकता है।
स्वागत भाषण और अतिथि परिचय एवं कार्यक्रम का संचालन विकास खण्ड समन्वयक सोहन भदौरिया ने दिया। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से परिषद से जुडी, प्रस्फुटन समिति, नवांकुर संस्थाएं, नवांकुर सखी एवं समाज कार्य के छात्र-छात्राओं के सहयोग परिषद नित नई गतिविधियां करता आया है, आज की कार्यशाला से हम सब लोग पर्यावरण संरक्षण हेतु कुछ कदम बढाएंगे। कार्यक्रम के तृतीय सत्र में प्रशिक्षक राघवेन्द्र सिंह, पूजा देवी ने सभी प्रतिभागियों को मिट्टी से गणेश प्रतिमा बनाने का प्रशिक्षण दिया और सभी प्रतिभागियों ने गणेश जी की मिट्टी की मूर्ति भी बनाई, सभी प्रतिभागियों ने संकल्प लिया कि हम सब अपने गांव में जाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके प्रति प्रेरित करने भी संकल्प लिया। कार्यक्रम में नवांकुर संस्था के प्रतिनिधि, प्रस्फुटन समिति के प्रतिनिधि, नवांकुर सखी सहायक, सहायिका, परामर्शदाता आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन परामर्शदाता अंकित धाकरे ने किया। ज्ञातव्य है कि भिण्ड विकास खण्ड में भी यह प्रशिक्षण एक दिन पूर्व संपन्न हुआ।