– भिण्ड के दबोह में असामाजिक तत्वों द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा खण्डित करने के विरोध में कांग्रेस ने किया पुतला दहन
ग्वालियर, 05 मई। भिण्ड जिले के दबोह में असामाजिक तत्वों द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा को खण्डित किया गया। जिसके विरोध स्वरूप शहर जिला कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा, विधायक डॉ. सतीश सिकरवार एवं प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा के साथ ब्लॉक अध्यक्ष विनोद जैन, राजेश खान, देवेन्द्र चौहान, नवीन भदकारिया, महादेव अपोरिया, मुनेन्द्र भदौरिया, हितेन्द्र यादव, लक्ष्मीनारायण कुशवाह, अनूप शिवहरे, पिंटू राजपूत के नेतृत्व में कांग्रेसजनों में फूलबाग चौराहा एवं इंदरगंज चौराहा पर प्रतिमा को खण्डित करने वालों की गिरफ्तारी और उन्हें दण्डित करने की मांग को लेकर साथ ही महापुरुषों की प्रतिमा की रक्षा करने में असफल रही है भाजपा का पुतला दहन किया गया।
शहर जिला कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा, विधायक डॉ. सतीश सिकरवार एवं प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा ने फूलबाग चौराहा एवं इंदरगंज चौराहा पर पुतला दहन के पश्चात उपस्थित कांग्रेसजनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम यहां केवल एक विरोध प्रकट करने नहीं, बल्कि देश की उस आत्मा की रक्षा के लिए एकजुट हुए हैं, जिसकी नींव समानता, न्याय और भाईचारे पर रखी गई थी। भिण्ड जिले के दबोह में महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा को खण्डित किया जाना केवल एक मूर्ति पर हमला नहीं है यह एक विचारधारा पर हमला है, यह उस समाज सुधारक की गरिमा को ठेस पहुंचाने की कोशिश है, जिन्होंने सदियों से शोषित, वंचित और पिछडे वर्गों को न्याय दिलाने का कार्य किया। ज्योतिबा फुले ने अंधकारमय समाज में शिक्षा और जागरूकता का दीप जलाया। उन्होंने समाज को बताया कि समानता कोई मांग नहीं, बल्कि अधिकार है। आज जब उनकी प्रतिमा को तोडा गया, यह केवल प्रतिमा का टूटना नहीं है यह हमारी चेतना, हमारे आदर्श और हमारे संविधान की आत्मा पर प्रहार है। कंाग्रेस पार्टी इसे इस कायराना कृत्य की घोर निंदा करती हैं। हम यह मांग करते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि समाज में संदेश जाए कि ऐसे कृत्य बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। हम यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार का पुतला दहन कर रहे हैं, क्योंकि यह उनकी विफलता का प्रतीक है। यह सरकार कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में पूरी तरह असफल रही है। जब महापुरुषों की प्रतिमाओं को तोडा जाता है, जब सामाजिक सदभाव पर हमला होता है, तब सरकार की चुप्पी और निष्क्रियता हमें और भी आहत करती है। हम मांग करते हैं कि इस घटना के दोषियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए। यह केवल एक मूर्ति की बात नहीं है, यह हमारी अस्मिता, हमारे मूल्यों और हमारे इतिहास की रक्षा की बात है। महात्मा ज्योतिबा फुले के विचार अटल हैं, अमर हैं और कोई भी शक्ति उन्हें मिटा नहीं सकती।
पुतला दहन में प्रदेश प्रवक्ता राम पाण्डे, सीमा समाधिया, अशोक प्रेमी, जेएच जाफरी, वीणा भारद्वाज, राकेश कुशवाह, महेश कुशवाह, दिलीप कुशवाह, सुग्रीव कुशवाह, रामबाबू कुशवाह, रामू कुशवाह, शकील मंसूरी, गिर्राज चंदोरिया, धर्मेन्द्र वर्मा, बृजेश राजपूत, गोविंद राजपूत, महेश मथुरिया, तरुण यादव, कुक्कु शर्मा, अजीत गोस्वामी, सुरेश प्रजापति, पप्पू खटीक, कैलाश बाथम, भानु कौशिक, विक्रम शर्मा, महेश धनौलिया, वर्षा कुशवाहा, सोहेल खान, संतोष राठौड, प्रभुदयाल बाथम, गणपत बाथम, विवेक पांडे, रवि कुशवाहा, राधेश्याम शर्मा, ओम गोरिया, डॉ. एनके सिसोदिया, राकेश राजपूत, मोनू जैन, कार्तिक झरकारीय, संतोष भारती, गजेन्द्र आर्य, रामसहाय तोमर, सुनील गुप्ता, नीतीश बाथम, आकाश शर्मा, जीतू खटीक, नितेश सिंह, नाजिम भाई, रचना कुशवाहा, हनीफ खान, डॉ. सलीम हैदरी, कुलदीप मगरैया, मुन्नालाल खरे, धर्मवीर राठौर, नरेश लोधी, जगदीश राजपूत, अब्दुल हमीद, लक्ष्मण सिंह पाल, अलीम खान, डॉ. राजेश नरवरिया, अजीत जैन, प्रभात जैन, तोहिद अहमद, चिराग गर्ग, शरद सारस्वत आदि सैकडों लोग उपस्थित थे।