दो दिन में प्रगति नहीं लाने वाले अधिकारियों पर होगी कार्रवाई

समय-सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने सीएम हैल्पलाईन की लंबित शिकायतों के निराकरण दिया दो दिन का समय

भिण्ड, 01 नवम्बर। कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने समय-सीमा की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में सीएम हैल्पलाईन की लंबित शिकायतों की समीक्षा के दौरान कहा कि जिन अधिकारियों ने लंबित शिकायतों के निराकरण में प्रगति लाने के लिए दो दिन का समय देते हुए कहा कि यदि दो दिन के बाद जिस अधिकारी के द्वारा निराकरण में प्रगति नहीं लाई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बैठक कलेक्टर कार्यालय के सभागार में आयोजित की गई उक्त बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जेके जैन, संयुक्त कलेक्टर बरुण अवस्थी, डिप्टी कलेक्टर महेश बड़ोले, सीएमएचओ डॉ. अजीत मिश्रा के अलावा अन्य अधिकारी वर्चुअल रूप से उपस्थित थे।
कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने नगरीय निकायों की समीक्षा के दौरान कहा कि सीएम हैल्पलाईन की लंबित शिकायत के निराकरण में सीएमओ गोरमी ने अच्छा कार्य किया है। इसके साथ ही अन्य सीएमओ की प्रगति ठीक नहीं दिखाई दे रही है। इसलिए सीएमओगण दो दिन के अन्तर्गत प्रगति लाकर रिपोर्ट करें। उर्जा विभाग, पंचायत ग्रामीण विकास विभाग में काफी शिकायतें लंबित हैं। राजस्व विभाग के अन्तर्गत सीमांकन के जितने भी प्रकरण लंबित हैं उनको निकरण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अभी आगे तीन कार्यो पर प्राथमिकता से कार्य किया जाना है। जिसके अन्तर्गत पंचायत निर्वाचन स्थानीय की तैयारियों के संबंध में कहा कि आरओ, एआरओ मार्गदर्शिका का भलीभांति अध्ययन कर लें। मार्गदर्शिका को गार्डफाइल के रूप में आरओ एवं एआरओ हर समय अपने पास रखें। अभी शीघ्र ही एक कार्यशाला आयोजित की जाएगी। कार्यशाला में किसी भी आरओ एवं एआरओ को मार्गदर्शिका अनुसार कर्तव्य के बारे में जानकारी पूछी जा सकती है।
कलेक्टर ने कहा कि स्ट्रांग रूप में वितरित, कलेक्शन, मतपेटी रखने के लिए एसडीएमगण सही जगह चिन्हित करें, जहां कार्य उक्त निर्वाचन संबंधी कार्य किया जा सके। उन्होंने कहा कि अभी कोविड टीकाकरण का कार्य भी किया जाना है। जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, नगरीय निकाय एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से वेक्शीनेशन कार्य में अपने अपने विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जिम्मेदारी दें जिससे छूटे हुए लोगों का टीके का द्वितीय डोज लगाया जाए एवं साथ में ही आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य किया जाए। तीसरा प्राथमिकता वाला काम राजस्व शुद्धीकरण पखवाड़े के अन्तर्गत कार्य किया जाना है, जिसके लिए एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, फोती नामांतरण, भू स्वामी के नामों में सुधार, डायवर्सन डेटाएन्ट्री का कार्य एवं अन्य दिशा निर्देशानुसार शुद्धीकरण पखवाड़े के अन्तर्गत करना सुनिश्चित करें।