ग्वालियर, 16 मार्च। मप्र राज्य स्तर नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर अमरकंटक 2025 का आयोजन 2 से 8 मार्च तक हुआ। राष्ट्रीय सेवा योजना मप्र शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा लगाए गए इस शिविर में प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालयों/ महाविद्यालय के स्वयं सेवकों एवं कार्यक्रम अधिकारियों सहित 600 प्रतिभागियों ने सहभागिता की।
मप्र के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने मुख्य अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। श्रम संस्कार के अंतर्गत मंत्री परमार ने स्वयंसेवकों व अधिकारियों के साथ मिलकर नर्मदाजी के दोनों घाटों की स्वच्छता कर स्वच्छता का संदेश दिया। प्रत्येक दिवस पर विद्वानों व चिंतकों के बौद्धिक संपन्न हुए। इस संपूर्ण शिविर के शिविर संचालक डॉ. मनोज अग्निहोत्री (राज्य एनएस एस अधिकारी मप्र शासन) रहे।
राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत स्वयं सेवकों को अनुशासन, समय पालन, देश प्रेम, नेतृत्व कला, सामाजिक विषयों की जानकारी, वक्तव्य कला, श्रमदान, नागरिक शिष्टाचार जैसे विषयों से परिचित कराया जाता है। जीवाजी विश्व विद्यालय ग्वालियर राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत आठ जिलों-ग्वालियर, मुरैना, भिण्ड, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, अशोकनगर, गुना के चयनित स्वयंसेवक एवं कार्यक्रम अधिकारी सहित 74 सदस्य दल में गए थे। जीवाजी विश्वविद्यालय दल के प्रभारी प्रो. हरिशंकर सिंह कंसाना थे। उनके साथ वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संजय पांडे, जिला संगठक गुना डॉ. हिन्दू सिंह धाकड, डॉ. बीएस कौशल, डॉ. जेपी अहिरवार, डॉ. संगीता सिंह गए। जीवाजी के अंतर्गत शासकीय केआरजी महाविद्यालय ग्वालियर में पदस्थ डॉ. अर्चना सेन (कार्यक्रम अधिकारी) को गणतंत्र दिवस परेड 2025 दल प्रभारी के नाते विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में बुलाया गया था।
सभी शिविरार्थी प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत अपने-अपने महाविद्यालय की यूनिट में अपने अनुभव साझा करेंगे। अमरकंटक का शिविर अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा की संगठन व्यवस्था में किया गया था। शिविर के समन्वयक डॉ. अभिमन्यु प्रसाद थे और शिविर के प्रशिक्षक राहुल सिंह परिहार थे।