मेहगांव में निकला आरएसएस का पथ संचलन
भिण्ड, 17 अक्टूबर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ अपनी संघ यात्रा के 99 वर्ष पूर्ण करके 100 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। आज से 99 वर्ष पूर्व जिस विचार के बीज को रोपा गया था वह आज विशाल वट वृक्ष के रूप में देश के प्रत्येक कोने तक पहुंच चुका है। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मेहगांव द्वारा विशाल पथ संचलन का आयोजन किया गया। इस दौरान संगठन गढे चलो, सुपंथ पर बढे चलो, भला हो जिसमें देश का वो काम सब किए चलो जैसे देशभक्ति गीतो पर संघ के स्वयं सेवकों ने शहर के प्रमुख मार्गों और बस्तियों से न सिर्फ अपने कदम ताल मिलाए बल्कि लोगों में देश भक्ति का भाव भी जगाया। नगर के गली मोहल्लों व बस्तियों से संचलन पर प्रबुद्ध नागरिकों, माताओं, बहनों व व्यापारियों के द्वारा भी संघ के स्वयंसेवकों का पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता दंदरौआ सरकार के महंत महामंडलेश्वर श्रीश्री 1008 रामदास महाराज ने की, मुख्य वक्ता के रूप में रामशरण पुरोहित एवं खण्ड संघचालक बन्नाम परमार उपस्थित रहे। इस दौरान महंत रामदास महाराज ने शस्त्र पूजन एवं महर्षि बाल्मीकि जी का विधिवत पूजन कर कार्यक्रम शुभारंभ किया।
महंत रामदास महाराज ने कहा कि संघ के स्वयंसेवक बिना बुलाए सेवा कार्य करने पहुंच जाते है। चाहे बाढ हो या तूफान आ जाए या कोई भी बडा आयोजन कार्यक्रम संघ के स्वयं सेवक हर जगह पूरी निष्ठा से देश और समाज के लिए कार्य करते है। यही एक स्थान है जहां कोई जाति, धर्म, भेदभाव नहीं है, सभी एक समान एक गणवेश और एक ही अनुशासन है, यही संघ को सबसे अलग बनाती है।
मुख्य वक्ता रामशरण पुरोहित ने संघ द्वारा देशवासियों और स्वयं सेवकों से पंच परिवर्तन का आग्रह किया है, जिसमे प्रथम कुटुंब प्रबोधन में परिवार की एकता, सामूहिकता, दूसरा पर्यावरण जो पृथ्वी के महती आवश्यकता है, तीसरा स्वदेशी को अपना अपने देश मे बनने वाली वस्तुओं को ही प्राथमिकता दें, चतुर्थ नागरिक कर्तव्य जिसमे हमें अपनी नागरिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए बिजली, जल, स्वच्छता जैसी छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान दें और पांचवा समरसता जो कि संघ का मूल मंत्र है हमें देश की प्रत्येक नागरिक को अपना बंधु मानना होगा कोई भेद भाव, जाति, प्रथा नही हो सभी समरस बने। कार्यक्रम में 250 से अधिक स्वयं सेवक पूर्ण गणवेश के साथ नगर में स्वर ताल मिलाते हऐ एकता और संगठन का परिचय देते हुए निकले।