पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम ने समाज को शिक्षा के लिए प्रेरणा दी: नरवरिया

– डॉ. कलाम ने व्यक्तित्व और कृतित्व से युवा पीढी को आगे बढाने के लिए प्रेरित किया

भिण्ड, 15 अक्टूबर। भारत के पूर्व राष्ट्रपति वैज्ञानिक मिसाईल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर भाजपा जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह नरवरिया ने उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी विचारधारा में सबका साथ सबका विश्वास सबका संकल्प और सब का विकास मूल मंत्र को लेकर विचार भाव के लिए डॉ. कलाम साहब को भारत का राष्ट्रपति बनकर भारत की जनता में एक सामाजिक समरसता शांति या सदभावना के भाव को आगे बढने का काम किया। इससे पूर्व उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेई के साथ पोखरा में बम परीक्षण के माध्यम से भारत की सुरक्षा को आगे बढने का काम करते हुए कार्य किया।
जिलाध्यक्ष नरवरिया ने कहा कि अवुल पकिर जैनुलाब्दीन (अब्दुल कलाम) जो मिसाइल मैन के नाम से भी जाने जाते हैं, वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे। उन्होंने सिखाया जीवन में चाहें जैसे भी परिस्थिति क्यों न हो पर जब आप अपने सपने को पूरा करने की ठान लेते हैं तो उन्हें पूरा करके ही रहते हैं। अब्दुल कलाम मसऊदी के विचार आज भी युवा पीढी को आगे बढने के लिए प्रेरित करते हैं। हम सब उनकी जयंती पर उन्हें याद करके सादर नमन करते है। उन्होंने कहा कि डॉ. कलाम शिक्षा के क्षेत्र में समाज को आगे बढने का काम किया। पार्टी जिला अध्यक्ष नरवरिया ने कहा कि इन्होंने मुख्य रूप से एक वैज्ञानिक और विज्ञान के व्यवस्थापक के रूप में चार दशकों तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) संभाला व भारत के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल के विकास के प्रयासों में भी शामिल रहे। इन्हें बैलेस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास के कार्यों के लिए भारत में ‘मिसाइल मैन’ के रूप में जाना जाता है। इन्होंने 1974 में भारत द्वारा पहले मूल परमाणु परीक्षण के बाद से दूसरी बार 1998 में भारत के पोखरान-द्वितीय परमाणु परीक्षण में एक निर्णायक, संगठनात्मक, तकनीकी और राजनैतिक भूमिका निभाई। कलाम सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी दलों के सहयोग से समर्थन के साथ 2002 में भारत के राष्ट्रपति चुने गए। पांच वर्ष की अवधि की सेवा के बाद, वह शिक्षा, लेखन और सार्वजनिक सेवा के अपने नागरिक जीवन में लौट आए। इन्होंने भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किए। पार्टी जिला अध्यक्ष नरवरिया ने कहा कि डॉ. कलाम की शिक्षा एवं वैज्ञानिक की प्रेरणा हम सबके लिए प्रेरणादायक के रूप में मिलती रहेगी।