– मिट्टी के गणेशजी से पर्यावरण सुरक्षा का संदेश
भिण्ड, 07 सितम्बर। शहर में गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर घर-घर भगवान गणेश विराजे गए एवं गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया के जयघोष से गूंज उठा। इस गणेश महोत्सव में मूर्तिकार भगवान श्रीगणेश की मूर्तियां तैयार करने में जुटे थे। वहीं दूसरी ओर शहर के नवादाबाग में मासूम भी मूर्तिकार बन गए। इस अवसर पर कनक पाठक, काव्या पाठक, नव्या पाठक एवं अनंत पाठक ने मिलकर मिट्टी के भगवान गणेशजी की मूर्ति बनाकर घर में पूजा अर्चना की।
इन मासूमों का उद्देश्य था कि इस बार हम मिट्टी के गणेशजी बनाएंगे, क्योंकि मिट्टी के गणेशजी बनाकर पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। इस अवसर पर छात्रा कनक पाठक ने बताया कि मिट्टी से बनी गणेशजी की मूर्ति न केवल पर्यावरण के अनुकूल होती है, बल्कि इससे बच्चों और महिलाओं को अपनी श्रद्धा और धार्मिक आस्था को शुद्ध रूप में व्यक्त करने का अवसर भी मिलता है। मेरी इस पहल का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को बचाना और समाज में एक सकारात्मक संदेश फैलाना है, क्योंकि अपने हाथों से बनाए गए गणेशजी की पूजा से न केवल आत्मिक शांति मिलती है, बल्कि इससे हमारे जल स्त्रोत भी सुरक्षित रहते हैं।