भिण्ड, 22 जुलाई। जिले में बिजली का संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है। कहीं कम बोल्टेज की समस्या है तो कहीं बेवजह कटौती का आलम है। इस कारण ऐसी गर्मी में आमजन परेशान है। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला के निर्देश के बाद भी विभाग के अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं पडा।
यहां बता दें कि नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला द्वारा बिजली समस्या के संबंध में गत दिवस मेहगांव में आयोजित बैठक के दौरान बिजली विभाग के सीई ग्वालियर एवं अन्य अधिकारियों को जिले में बिजली की निर्वाध आपूर्ती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे। बावजूद इसके जिले में विद्युत आपूर्ति जस की तस बनी हुई है। हालात यह रहे कि गुरू पूर्णिमा के दिन प्रत्येक मन्दिर में पूजा पाठ के कार्यक्रम चल रहे थे और श्रद्धालुओं का आना जाना बना हुआ था। बिजली कटौती से आयोजनों पर प्रभाव पडा और श्रद्धालुओं को वहां लगे पंखे तक की हवा नसीब नहीं हो पाई। बताया तो यहां तक गया है कि दंदरौआ धाम एवं उसके आस-पास के कई गांवों की बिजली गुरू पूर्णिमा के दिन बंद रही।
जिले में जगह-जगह बिजली कटौती से आम उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं। उधर मेहगांव विद्युत विभाग के अधिकारी कर्मचारी लोड सेटिंग व परमिट के नाम पर नियमित कटौती कर रहे हैं। विद्युत विभाग के ऑपरेटर से लेकर अधिकारियों तक फोन नहीं उठाते हैं। जेई आरएस राजपूत ने भी लोगों के फोन उठाना बंद कर दिया है। ऐसे में तार टूटने एवं किसी अप्रिय घटना की सूचना यदि देना पड जाए तो उसे भी सुनने वाला कोई नहीं है।