भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए युवाओं में जागरुकता लाना जरूरी: आशुतोष साहू

बढती जनसंख्या एक चुनौती है, जिसका डटकर सामना करना होगा : डॉ. साकार तिवारी
जनसंख्या से जुडे मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए मनाया जाता है विश्व जनसंख्या दिवस : डॉ. धीरज गुर्जर
एनएसएस ने मनाया विश्व जनसंख्या दिवस

भिण्ड, 11 जुलाई। भारत विश्व का सबसे युवा देश है, जहां 65 प्रतिशत लोग युवा हैं। आज हम चीन को पीछे छोडकर विश्व के सबसे बडे राष्ट्र के रूप में उभरे हैं। दुनियां की आठ अरब की आबादी में हमारी जनसंख्या 140 करोड पहुंच गई है। यदि युवा जागरुक हो जाएं तो सभी समस्याओं का समाधान मिल सकता है। उन्हें जाकरुक बनाकर ही युवाशक्ति के सार्थक प्रयोग से भारत को विकसित राष्ट्र बनाया जा सकता है। यह बात विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर शा. उत्कृष्ट उमावि क्र.एक में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की हैसियत से उपस्थित नेहरू युवा केन्द्र भिण्ड के जिला युवा समन्वयक आशुतोष साहू ने कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य पीएस चौहान ने की।
विशेष अतिथि के रूप में समाजसेवी डॉ. साकार तिवारी ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या एक चुनौती है, जिसे हमें स्वीकारना होगा। भोजन, शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ बेरोजगारी एवं प्रदूषण की विकट समस्या हमारे सामने मौजूद है, जिसका सूझ-बूझ और समझदारी से समाधान निकाला जा सकता है। हम स्वयं संकल्प लेकर उदाहरण बने तभी पोलिथिन और प्लास्टिक जैसे भयावह प्रदूषण से निजात पा सकेंगे।
संचालन कर रहे रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ. धीरज सिंह गुर्जर ने बताया कि ग्लोबल पॉपुलेशन मुद्दों को लेकर जागरुकता बढ़ाने के लिए हर वर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। यह दिवस लोगों के जीवन को बदलने और उन्हें बेहतर बनाने के लिए सचेत प्रयास की याद दिलाता है। इस वर्ष 2023 विश्व जनसंख्या दिवस की थीम है कि प्रत्येक व्यक्ति के पास वादों, संभावनाओं और अवसरों से भरा एक उज्जवल भविष्य हो। इसका लक्ष्य सभी के लिए एक स्थाई भविष्य बनाना भी है।
कार्यक्रम में छात्र सोनू बघेल, आस्था और भूपेन्द्र सिंह ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर व्याख्याता आरबी शर्मा, घनश्याम राठौर, गौरव कुमार गर्ग सहित छात्र नमन तोमर, ऋतिक, भारती, सुहानी, नितिन, कृष्णा तोमर, गुंजन, सलोनी पवैया, करिश्मा, लक्ष्मी, काजल, योग्यता, आर्यन आदि उपस्थित रहे।