भिण्ड, 25 अप्रैल। भगवान परशुराम जन्मोत्सव सात मई को भव्य रूप देकर ऐतिहासिक बनाने के लिए सोमवार को कन्हैया गार्डन दबोह में ब्राह्मण बंधुओं की बैठक आहूत की गई। जिसमें ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष बाबा भगवान दास सेंथिया, संतोष बोहरे, कैलाश चौधरी, डॉ. विनोद तिवारी, कुलदीप शास्त्री, डॉ. हरगोबिन्द शास्त्री, उमाशंकर गुबरेले भिण्ड, प्रिंस शर्मा, विजय दैपुरिया, मुकेश दीक्षित आदि उपस्थित रहे। बैठक के पहले भगवान परशुराम की तस्वीर पर माल्यापर्ण किया गया। इसके पश्चात सभी मेहमानों का दबोह के सजातीय सदस्यों ने माल्यापर्ण कर स्वागत किया। संचालन उमा नायक ने किया।
इस अवसर पर महासभा के जिलाध्यक्ष भगवान दास सेंथिया ने सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान परशुराम किसी एक व्यक्ति विशेष या समुदाय के विरोधी नहीं थे। उन्होंने पापियों का संहार करने के लिए अवतार लिया था। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण सभी बर्ग का मार्गदर्शक रहा है। ब्राह्मण शास्त्र ओर शस्त्र दोनों का ज्ञाता रहा है। लेकिन आज बड़ी बिडम्बना यह है कि ब्राह्मण संगठित नहीं हो पा रहा है। ब्राह्मण न कभी हारा है और न कभी हारेगा ब्राह्मण का इतिहास हमेशा वैभवशाली रहा है। उन्होंने ब्राह्मण युवाओं में जोश भरते हुए कहा कि अब समय आ गया हैं कि हमें अपने घरों से निकलना पड़ेगा। लोगों को जाग्रत करना पड़ेगा। यदि हम सोते रहे तो समय हाथ से निकल जाएगा। उन्होंने सात मई को भिण्ड में भगवान परशुराम के जन्मोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए हम सभी को एकजुट होकर अपने घरों से निकल कर भिण्ड पहुंचना है और इस महाकुंभ के आयोजन को सफल बनाना है।
इस अवसर पर भगवान नायक, राजेन्द्र उदेनिया, राजेन्द्र खेमरिया, रामलखन कुरचानिया, रामकिशोर मिश्रा, धर्मेन्द्र कुरचानिया, राकेश नागाइच, धर्मेन्द्र पाठक, श्यामू राजौरिया, हृदय नायक, राजीव उदैनिया, राहुल तिवारी, रमाकांत पचौरी, सुधीर तिवारी, अजीत दुबे, सुधीर उदैनिया, अजय त्रिपाठी, सुधांशु मुदगिल के आलावा लहार से मोनू उपाध्याय, राजू मुड़ोतिया आदि उपस्थित रहे।