पत्नी के वारे में गलत बात करने पर दोस्त ने ही की थी युवक की हत्या

पुलिस ने अंधे कत्ल का खुलासा एक आरोपी को किया गिफ्तार

भिण्ड, 12 दिसम्बर। पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार खरपूसे के निर्देशन एवं एसडीओपी आरके एस राठौर के मार्गदर्शन में थाना मेहगांव के अपराध क्र461/21 धारा 302, 201 ताहि में मेहगांव पुलिस ने सनसनीखेज अंधे कत्ल के खुलासा कर आरोपी को गिफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार गत 30 नवंबर की सुबह ग्वालियर रोड नारोलिया के मकान के पास शोल्डर के नीचे ढलान पर मृतक संतोष पुत्र सुमेर चंद्र निवासी मेहगांव का शव मिला था। मृतक की एक चप्पल शव के पास तथा दूसरी चप्पल मृतक की सफेद रंग की अल्टो कार जो घटना स्थल से करीब तीन किमी दूर कृषि उपज मण्डी प्रागंण मेहगांव में खड़ी मिली थी। प्रथम दृष्टया मामला हत्या कर साक्ष्य मिटाने का पाया जाने से अज्ञात आरोपी के विरुद्ध थाना मेहगांव मे अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया। विवेचना के दौरान मृतक के परिजनों द्वारा मृतक की बताई गई दिनचर्या का अवलोकन कर मृतक के दोस्तों एवं जानने वालों से पूछताछ कर उनके मोबाईल सीडीआर एवं सीसीटीवी कैमरों फुटेज का एनालाईज किया किया। मेहगांव पुलिस अपने लगातार अथक प्रयासों द्वारा मृतक संतोष की हत्या करने वाले अज्ञात आरोपी को ज्ञात करने में सफल रही। मेहगांव पुलिस द्वारा हत्या करने वाले आरोपी रिंकू उर्फ हरिमोहन शिवहरे पुत्र सीताराम शिवहरे को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है।
आरोपी ने पुलिस अभिरक्षा में बताया कि मृतक उसका दोस्त था और मृतक ने आरोपी की पत्नी के संबंध में अपशब्द अश्लील शब्द कहे, जिससे आरोपी के अहम को ठेस पहुंची और रिंकूं शिवहरे ने मन में ठान लिया कि आज किसी भी हालत में संतोष को खत्म करना है, पहले जुआ खेलने के बहाने संतोष को बुलाने का प्रयास किया परंतु इसमें सफल न होने पर साथ पीने के बहाने बुलाया। दोनों ने कार में बंद पड़े पेट्रोल पंप के सामने शराब पी। शराब पीने के बाद कहा कि भिण्ड आते समय रास्ते में क्या बोल रहा था वो बात एक बार फिर से रिपीट करो इस पर मृतक संतोष हंसने लगा, कुछ नहीं बोला फिर आरोपी ने पुन: कहा कि एक बार बोल कर बता तो संतोष ने उस बात को दोहराया उसी समय आरोपी ने दाहिने हाथ से संतोष का गला गबा दिया एक हाथ से बाई जेब में रखे रस्सी के टुकड़े को निकाल कर संतोष की गर्दन पर कस दिया और दोनों हाथों से दबाते हुए उसका मुंह अपनी गोद में रख कर तब तक दबाए रखा जब तक संतोष की मृत्यु नहीं हो गई और साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से मृतक का मोबाईल अपने पास रख लिया। पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से मृतक के मोबाइल के साथ छेड़छाड़ की, मृतक के शव को ग्वालियर रोड पर फेंक दिया।
अंधे कत्ल को सुलझाने में थाना प्रभारी मेहगांव निरीक्षक डीबीएस तोमर, उपनिरीक्षक परशुराम अहिरवार, अरविंद सिकरवार, आरती राठौर, प्रधान आरक्षक प्रदीप पचौरी, पदम एवं सायबर सेल भिण्ड प्रभारी उपनिरीक्षक शिवप्रताप राजावत, आरक्षक आनंद एवं आरक्षक महेश की सराहनीय भूमिका रही।