कौमी एकता सप्ताह अंतर्गत सांस्कृतिक एकता दिवस पर संगोष्ठी एवं शपथ आयोजित
भिण्ड, 23 नवम्बर। आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला के तहत 19 से 25 नवंबर तक कौमी एकता सप्ताह अंतर्गत मंगलवार को शा. उत्कृष्ट उमावि क्र.एक भिण्ड की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा सांस्कृतिक एकता दिवस मनाया गया। इस दौरान विद्यालय में विद्यार्थियों एवं स्टाफ को देश की एकता को अखण्ड एवं अक्ष्क्षुण बनाए रखने की शपथ कार्यक्रम अधिकारी धीरज सिंह गुर्जर ने दिलाई।
इसके बाद सांस्कृतिक एकता और अखण्डता विषय पर परिचर्चा एवं संगोष्ठी का आयोजन प्राचार्य पीएस चौहान की अध्यक्षता में किया गया। प्राचार्य ने कहा कि देश की एकता और अखण्डता को मजबूत बनाने के लिए हमें आपस में सामुदायिक सद्भाव, समरसता और भाईचारे के साथ व्यवहार करना चाहिए। जाति, धर्म, वर्ग और संप्रदाय से ऊपर उठ कर राष्ट्रीयता और राष्ट्रधर्म के बारे में चिंतन करना होगा। मुख्य वक्ता उच्च माध्यमिक शिक्षक सतेन्द्र सिंह भदौरिया ने सांस्कृतिक एकता पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि खान-पान, वेश-भूषा, रहन-सहन, बोल-चाल में भिन्नता और विविधता होते हुए भी हमारी संस्कृति एक है। हम सब भारतीय हैं और भारतीयता हमारी संकृति है। अनेकता में एकता हमारी भारतीय संस्कृति की विशेषता है। हम स्वयं की प्रेरणा और स्फूर्ति से इसे और अधिक मजबूत बनाएं।
वोकेशनल टीचर सिक्योरिटी प्रभारी भूपेन्द्र सिंह कुशवाह ने राष्ट्रीय एकता और अखण्डता को मजबूत बनाने पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि आज का युवा जातीयता एवं ऊंच-नीच की संकीर्णता को खत्म कर राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक एकता को मजबूत बनाने में अपनी अहम भूमिका निभा सकता है। कार्यक्रम अधिकारी गुर्जर ने सभी का आभार जताया और कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में समरसता और भाईचारे की भावना को और अधिक प्रगाढ़ बनाना है। समाज से ऊंच-नीच, जाति-पाति, अमीरी- गरीबी के बीच भेदभाव खत्म कर देश की एकता और अखण्डता को बनाए रखने में सहयोग देना है। इस कार्य में हर वर्ग की भागीदारी होगी तभी समाज और देश की उन्नति संभव होगी। इस मौके पर व्याख्याता जेएन पाठक, सतेन्द्र सिंह भदौरिया, केएन बाजपेई, भूपेन्द्र सिंह कुशवाह, धीरज त्रिपाठी, प्रीति व्यास, यतेन्द्र शर्मा, राघवेन्द्र शर्मा, मनोज सिंह कुशवाह सहित स्टाफ के अन्य सदस्य एवं छात्र मौजूद थे।