लंबित शिकायतों के निराकरण में तेजी लाएं : कलेक्टर

समय-सीमा पत्रों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित

भिण्ड, 22 नवम्बर। कलेक्टर ने टीएल बैठक में लंबित शिकायतों की। समीक्षा के दौरान कहा कि जिन अधिकारियों ने सीएम हैल्पलाईन की लंबित शिकायतों के निराकरण में प्रगति नहीं लाई है, वे एक सप्ताह के अंतर्गत शिकायतों के निराकरण में गति लाएं, अन्यथा सबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। बैठक कलेक्टर कार्यालय के सभागार में आयोजित की गई। इस अवसर पर अपर कलेक्टर प्रवीण फुलपगारे, संयुक्त कलेक्टर वरुण अवस्थी, डिप्टी कलेक्टर महेश बड़ोले, एसडीएम भिण्ड उदय सिंह सिकरवार, सीएमएचओ डॉ. अजीत मिश्रा के अलावा अन्य अधिकारी वर्चुअल रूप से उपस्थित थे।
कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने बैठक में विभागवार समीक्षा के दौरान सीएम हेल्पलाइन एवं टीएल की लंबित शिकायतों पर कहा कि अधिकारीगण अपने-अपने विभाग से संबंधित लंबित शिकायतों का निराकरण प्राथमिकता से करें। कलेक्टर ने कठोर शब्दों में कहां कि सीएम हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण और समय-सीमा में समस्त अधिकारी निराकरण करना तय करें। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों द्वारा सीएम हैल्पलाईन की लंबित शिकायतों में प्रगति नहीं लाई है, वे एक सप्ताह के अंतर्गत लंबित शिकायतों का निराकरण करना सुनिश्चित करें। अगली बैठक में प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी से कहा कि आपके विभाग से संबंधित जो लंबित शिकायतें हैं उन्हें तत्काल निराकरण करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपने स्तर पर लंबित सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों में प्रतिदिन शिकायतकर्ता से बात कर उनकी शिकायत का निराकरण करें। उन्होंने समीक्षा के दौरान ग्रेडिंग पीरीएड की शिकायतों में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अच्छे कार्य के लिए सीएमएचओ डॉ. अजीत मिश्रा एवं स्वास्थ्य विभाग टीम को बधाई देते हुए कहा कि अन्य अधिकारी भी इसी तरह से शिकायतों के निराकरण में तेजी लाएं, जिससे लंबित शिकायतों में कमी आए। कलेक्टर ने बैठक में 24 नवंबर को आयोजित होने वाले द्वितीय डोज महाअभियान के संबंध में भी सभी अधिकारियों को तैयारी रख अभियान को सफल बनाने निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में बाजरा, ज्वार की खरीदी के संबंध में भी निर्देश दिए कि खरीदी में कोई परेशानी ना आए, साथ ही संबंधित अधिकारी सतत मॉनिटरिंग रखें। कलेक्टर द्वारा बैठक में पीएम स्वनिधि, समय सीमा में प्राप्त पत्र आदि की भी समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।