– गोहद दुर्ग में शिव महापुराण कथा के चतुर्थ दिवस गणेश चतुर्थी पर पार्वती जन्मोत्सव का उल्लास
भिण्ड, 27 अगस्त। गोहद दुर्ग स्थित प्राचीन भीमाशंकर महादेव मन्दिर परिसर में चल रही शिव महापुराण कथा का चतुर्थ दिवस मंगलवार को भक्ति और श्रद्धा से सम्पन्न हुआ। आज की कथा विशेष रही, क्योंकि यह गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर आयोजित हुई। कथावाचक महामण्डलेश्वर 1008 रामभूषण दास महाराज ने आज पार्वती मइया के जन्म की पावन कथा का विस्तार से वर्णन किया। कथा श्रवण के दौरान श्रद्धालु भावविभोर हो उठे और ‘हर-हर महादेव’ व ‘जय माता पार्वती’ के जयकारे से दुर्ग परिसर गूंज उठा।
महामण्डलेश्वर रामभूषण दास महाराज ने कहा कि पार्वती जी का जन्म यह संदेश देता है कि भक्ति और तपस्या से ईश्वर स्वयं अपने भक्तों के समीप आते हैं। माता पार्वती नारी शक्ति और सच्ची श्रद्धा की प्रतीक हैं। पारीक्षत मिथलेश देवेन्द्र दीक्षित व उनके पुत्रवधू भावना मनीष दीक्षित (पुल्ली) रहीं। उन्होंने परिवार सहित व्यासपीठ को आकर्षक ढंग से फूलों और रंग-बिरंगे गुब्बारों से सजाया। कथा उपरांत पारीक्षत परिवार ने शिवजी का विधिवत अभिषेक किया तथा पीठों व व्यासपीठ का पूजन कर आरती की।
पारीक्षत मिथलेश देवेंद्र दीक्षित ने भाव व्यक्त करते हुए कहा कि शिव महापुराण कथा में पारीक्षत बनना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। परिवार सहित शिवजी का अभिषेक कर मन को अद्भुत शांति मिली। पार्वती मइया के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में बच्चों को मिठाई व ट्रॉफी वितरित की गई, जिससे बच्चों में विशेष उत्साह दिखाई दिया। गणेश चतुर्थी होने के कारण आज का दिन और भी पावन बन गया। गणपति बप्पा की वंदना के साथ शिव-पार्वती की महिमा का गुणगान हुआ और पूरा वातावरण भक्ति रस से सराबोर हो गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से भूमियों सरकार मेहगांव, डॉ. केशव पाण्डेय, सोनू सिकरवार व्यासपीठ की आरती व आशीर्वाद लिया। कथा श्रवण के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
आज निकलेगी शिव बारात
आयोजन समिति ने जानकारी दी कि 28 अगस्त को भव्य शिव बारात का आयोजन होगा। यह बारात दोपहर 3 बजे मार्कण्डेश्वर मन्दिर से प्रारंभ होकर नगर के मुख्य मार्गों से होती हुई गोहद दुर्ग पहुंचेगी। शिव बारात के स्वागत व दर्शन के लिए नगरवासी उत्साहित हैं और विभिन्न स्थानों पर भव्य स्वागत व सजावट की तैयारियां चल रही हैं।