स्मार्ट सिटी द्वारा निर्मित आईएसबीटी के संचालन को लेकर जो भी जरूरी कार्य है उन्हें जल्द पूरा करें : कलेक्टर चौहान

– अधिकारियों की बैठक लेकर की आईएसबीटी के संचालन व प्रधानमंत्री ई-बस सेवा की समीक्षा
– नगर निगम आयुक्त सहित संबंधित विभागो के अधिकारी भी बैठक में रहे मौजूद

ग्वालियर, 11 मई। ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा नवनिर्मित इंटर स्टेट बस टर्मिनल के लिए जमीन के गजट नोटिफिकेशन के बाद इसके संचालन को लेकर जो भी जरूरी कार्य है उन्हें जल्द पूरा करें। इस आशय के निर्देश कलेक्टर रुचिका चौहान ने स्मार्ट सिटी द्वारा निर्मित आईएसबीटी के संचालन और इससे संबंधित अन्य कार्यों की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारियों को दिए। रविवार को मोती महल स्थित स्मार्ट सिटी के सभाकक्ष में में आयोजित बैठक में प्रधानमंत्री ई-बस सेवा के तहत शहर को मिल रही बसो के संचालन और उनके रूट प्लान की भी विस्तार से समिक्षा की गई। बैठक में स्मार्ट सिटी के सीईओ एवं नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय सहित अपर आयुक्त नगर निगम मुनीष सिकरवार, आरटीओ राजौरिया, एमपीआरडीसी के कंसलटेंट हाइवे इंजीनियर मनमोहन शर्मा व नगर निगम, स्मार्ट सिटी, परिवहन विभाग, ट्रैफिक पुलिस से अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर रुचिका चौहान ने संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर आईएसबीटी से बसों के संचालन व इसके रख-रखाव की योजना की विस्तार से समीक्षा की। साथ ही इसको शुरु करने के लिए विभिन्न शुरुआती व्यवस्थाओं के बिन्दुओं पर भी चर्चा कर जरूरी दिशा निर्देश दिए। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि आईएसबीटी के लिये जमीन का गजट नोटिफिकेशन हो चुका है। जिसके तहत आईएसबीटी को सार्वजनिक उपयोग के लिए 25 एकड जमीन मिल चुकी है, जिससे अब शहर वासियों को इस नवनिर्मित आईएसबीटी का लाभ जल्द मिल सकेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आईएसबीटी के संचालन को लेकर वह सभी जरूरी प्रावधानों को जल्द पूर्ण किया जाए जो भविष्य में आईएसबीटी के सुचारू संचालन और बेहतर रख-रखाव के लिए जरूरी हो। बैठक मे आईएसबीटी से बसो के प्रवेश और निकास के मार्गों को लेकर विस्तृत चर्चा की गई, जिसमें निर्णय लिया गया कि आईएसबीटी में तीन द्वारों का उपयोग किया जाएगा, जिसमें दो द्वार बसों के प्रवेश व निकास के लिए उपयोग किया जाएगा, जबकि तीसरे द्वार को पब्लिक वाहन के लिए प्रयोग में लिया जाएगा।
कलेक्टर चौहान ने निर्देशित किया कि आईएसबीटी के बाहर मुख्य मार्ग पर रोटरी इत्यादी का सर्वे कर एमपीआरडीसी उन्हें ठीक करने का कार्य करें, ताकि बसों का संचालन सुचारू रूप से हो सके। वहीं उन्होंने आईएसबीटी के बाहर के क्षेत्र को ग्रीनरी व फेंसिंग इत्यादी से कवर करवाने के लिए संबंधित अधिकारियो को निर्देशित किया। उन्होंने आईएसबीटी मे पिकअप, ड्राप जगहो को चिन्हित करने के साथ रोड सेफ्टी प्रावधान और आईएसबीटी पर जरूरी सेवाओं जैसे हैल्प डेस्क, चिकित्सीय सहायता, पुलिस सहायता केन्द्र सहित अन्य सेवाओं के प्रावधान करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में आईएसबीटी से बसों के रूट प्लान को लेकर बनाई गई कार्ययोजना पर भी विस्तार से चर्चा की गई और उनके क्रियान्वयन को लेकर भी दिशा निर्देश दिए गए। वहीं टेम्पो, रिक्शा के रूट परमिट के लिए जरूरी प्रावधान करने के लिए आरटीओ को संबंधित कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया। बैठक में आईएसबीटी पर रेनबसेरा की व्यवस्था व इसके साथ ही दीनदयाल रसोई के जरुरी प्रावधान को भी करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। बैठक में नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय ने आईएसबीटी के संचालन और रख-रखाव को लेकर किए जाने वाले प्रावधानों में हर तकनीकी पहलु को अच्छे से देखकर तैयार करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
अंत में प्रधानमंत्री ई-बस सेवा के तहत ग्वालियर को मिलने वाली बसो और इनके संचालन को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई। जिसको लेकर नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय द्वारा प्रजेंटेशन के माध्यम से इनके संचालन इत्यादी की जानकारी दी गई। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि ग्वालियर को प्रधानमंत्री ई-बस सेवा के तहत मिलने वाली 100 बसों में से प्रथम चरण में 60 बसे प्राप्त होगी। जिनके चार्जिंग स्टेशन आईएसबीटी व रमउआ पर बनाए जाएंगे। कलेक्टर रुचिका चौहान ने प्रधानमंत्री ई-बस सेवा को लेकर विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के साथ ही अन्य विभागों से साथ समन्वय कर रूट प्लान बनाने के लिए भी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।