ऑल ग्वालियर चेस एसोसिएशन द्वारा शतरंज प्रतियोगिता प्रारंभ

ग्वालियर, 11 मई। ग्वालियर की ऐतिहासिक धरती एक बार फिर शतरंज की बिसात पर अपनी अलग पहचान बनाने को तैयार है। ऑल ग्वालियर चेस एसोसिएशन द्वारा आयोजित प्रथम एजीसीए अंतर्राष्ट्रीय फिडे रेटेड क्लासिकल शतरंज टूर्नामेंट 2025 का शुभारंभ शनिवार को एक भव्य समारोह के साथ हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट हॉकी इंडिया देवेन्द्र प्रताप सिंह तोमर, विशेष अतिथि भाजपा महिला मोर्चा सदस्य डॉ. व्यंजना मिश्रा, विशेष अतिथि शकुंतला परिहार ने खिलाडियों को शुभकामनाएं दीं और आयोजन की सराहना की। अध्यक्ष डॉ. गरिमा गर्ग, संयुक्त सचिव नम्रता बंसल, ई. रुचि मित्तल, अनिल गर्ग ने सभी विशिष्ट अतिथियों तथा मुख्य निर्णायक सुनील पंवार का गरिमामय स्वागत किया।
इस समारोह के दौरान मुख्य अतिथि देवेन्द्र प्रताप सिंह तोमर ने शतरंज के खेल के महत्व और ग्वालियर के शतरंज प्रेमियों के लिए इस आयोजन की अहमियत पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि शतरंज मानसिक क्षमता और रणनीति का अदभुत खेल है। इसे खेलने से न केवल मस्तिष्क की सक्रियता बढती है, बल्कि खिलाडी खुद को चुनौती देने और अपनी सोच को एक नई दिशा देने का अवसर पाते हैं। ग्वालियर में शतरंज की समृद्ध परंपरा रही है और इस टूर्नामेंट से शहर एक में खेल के प्रति और उत्साह आएगा।
उन्होंने खिलाडियों से यह भी आग्रह किया कि वे जीतने के साथ-साथ हार से भी सीखें। शतरंज में जीत और हार दोनों होते हैं, लेकिन हार को हमेशा एक सीखने के अनुभव के रूप में देखें। जो खिलाडी हारते हैं, उन्हें निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि यह अवसर है अपने खेल में सुधार करने का। जीत हासिल करने के लिए हार से सीखना जरूरी है। उन्होंने खिलाडियों को प्रेरित करते हुए कहा कि आपका आत्मविश्वास और मेहनत ही आपको सफलता दिलाएगा। हमेशा अपने खेल को बेहतर बनाने की कोशिश करें और खेल को सम्मान दें। शकुंतला परिहार ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि शतरंज एक मानसिक खेल है जो खिलाडियों को न केवल सोचने की क्षमता बढाता है, बल्कि उन्हें अनुशासन और रणनीति की महत्वपूर्ण बातें भी सिखाता है। इस प्रकार के आयोजनों से ग्वालियर को शतरंज के क्षेत्र में एक बडा अवसर मिल रहा है और मैं आशा करती हूं कि आने वाले समय में यहां के खिलाडी देश-विदेश में नाम रोशन करेंगे।
यह टूर्नामेंट 15 मई तक ब्रिलिएंट स्टार हायर सेकेण्ड्री स्कूल मुकेश्वर के सामने ए-ब्लॉक, आनंद नगर एबी रोड बहोडापुर ग्वालियर में आयोजित किया जा रहा है। प्रतियोगिता में देश के कई प्रमुख राज्यों जैसे बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और दिल्ली से और मप्र के भोपाल, इंदौर, सतना, रीवा, धार, जबलपुर, शहडोल, सागर जैसे नगरों से सैकडों खिलाडी भाग ले रहे हैं। प्रतियोगिता में अनुभवी तथा नवोदित खिलाडियों को एक ही मंच पर प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिल रहा है, जिससे प्रतिभाशाली खिलाडियों को निखरने और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की तैयारियों को समझने का अवसर प्राप्त हो रहा है। साथ ही स्थानीय शतरंज खिलाडियों को देश के कोने-कोने से आए खिलाडियों के साथ खेलने का दुर्लभ अनुभव भी मिल रहा है।
यह प्रतियोगिता फिडे द्वारा मान्यता प्राप्त क्लासिकल रेटेड टूर्नामेंट है, जिसमें प्रदर्शन के आधार पर खिलाडी फिडे रेटिंग अर्जित कर सकते हैं। आयोजन समिति ने इस आयोजन को पूरी पारदर्शिता, उत्कृष्ट व्यवस्थाओं और प्रतिस्पर्धात्मक वातावरण के साथ संचालित किया है, जिससे सभी प्रतिभागियों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर का अनुभव प्राप्त हो रहा है। यह आयोजन ग्वालियर की खेल संस्कृति के लिए एक मील का पत्थर साबित हो रहा है। पहली बार ग्वालियर जैसे ऐतिहासिक शहर में इस स्तर की फिडे रेटेड क्लासिकल प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है, जो निश्चित ही आने वाले वर्षों में ग्वालियर को शतरंज के मानचित्र पर और सशक्त बनाएगा। यह अवसर बार-बार नहीं आता। यह केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक ऐसा मंच है जहां भविष्य के चैंपियन आकार ले रहे हैं।