सार्थक ऐप से हाजिरी का विरोध, सीएमएचओ को दिया ज्ञापन

-जिले के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने रविवार को किया विरोध प्रदर्शन

भिण्ड, 04 मई। जिले में सार्थक ऐप के जरिए हाजिरी लगाने को लेकर जिले के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने रविवार को विरोध प्रदर्शन किया। जिलेभर के एएनएम, एमपीडब्ल्यू, एलएचव्ही, एमआई, बीईई आदि कर्मचारी बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी संगठन के बैनर तले मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और एप से हाजिरी को व्यवहारिक रूप से असंभव बताते हुए सीएमएचओ को ज्ञापन सौंपा।
स्वास्थ्य कर्मचारियों का कहना है कि जिले के कई ग्रामीण और दुर्गम इलाकों में आज भी मोबाइल नेटवर्क नहीं आता है। वहीं बडी संख्या में कर्मचारियों के पास एंड्रॉयड मोबाइल ही नहीं हैं। ऐसे में एप से उपस्थिति दर्ज कर पाना मुश्किल है। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एक एएनएम ने बताया कि जिले के 20-30 प्रतिशत उप स्वास्थ्य केन्द्र ऐसे हैं, जहां आज भी नेटवर्क नहीं आता। कई बहनों के पास स्मार्टफोन तक नहीं है। पहले उच्च अधिकारियों ने हमें ऑनलाइन हाजिरी से मुक्त रखने की बात कही थी, लेकिन अब फिर से थोप रहे हैं। संगठन ने मांग की है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मियों को सार्थक ऐप से हाजिरी से मुक्त रखा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यह व्यवस्था केवल डॉक्टरों तक सीमित होनी चाहिए ताकि लोक स्वास्थ्य सेवा प्रभावित न हो।
पदाधिकारी बोले- भिण्ड में ही जबरदस्ती क्यों?
विरोध कर रहे संगठन के पदाधिकारी रामकिशोर सिंह भदौरिया ने बताया कि पूरे प्रदेश में कहीं भी सार्थक ऐप से हाजिरी अनिवार्य नहीं है, लेकिन भिण्ड में इसे जबरन लागू किया जा रहा है। मुरैना और ग्वालियर जैसे पडोसी जिलों में भी यह अनिवार्यता नहीं है, हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है। 20-30 फीसदी कर्मचारी वेतन से वंचित हो सकते हैं।