-प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में जिला योजना समिति की बैठक आयोजित
भिण्ड, 09 अप्रैल। जिले के प्रभारी मंत्री तथा मप्र शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास, श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल की अध्यक्षता में जिला योजना समिति की बैठक जिला पंचायत सभागार भिण्ड में आयोजित की गई। इस दौरान विधायक भिण्ड नरेन्द्र सिंह कुशवाह, विधायक गोहद केशव देसाई, जिला पंचायत अध्यक्ष कामना सिंह भदौरिया, भाजपा जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह नरवरिया, कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, सीईओ जिला पंचायत सुनील दुबे, एडीएम एलके पाण्डेय, एएसपी संजीव पाठक सहित अन्य अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे। बैठक का शुभारंभ राष्ट्रगान के साथ किया गया।
प्रभारी मंत्री प्रहलाद पटेल ने बैठक में कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान महत्वाकांक्षी अभियान है ताकि पानी का भण्डारण कर आम जनमानस को पर्याप्त पेयजल की सुविधा प्रदान की जा सके। उक्त अभियान को जन प्रतिनिधियों सहित जन भागीदारी के सहयोग से वृहद रूप से संचालित करें। उन्होंने कहा कि जल स्त्रोत लगातार सूख रहे हैं, हमें आने वाली पीढी के उज्जवल सुगम भविष्य के लिए आज चिंतन करने की आवश्यकता है। उन्होंने जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन तथा पौधारोपण के लिए युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने निर्देश देते हुए कहा कि पौधे लगाना ही नहीं बल्कि पौधे को वृक्ष बनाना भी जरूरी है। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से आने वाले बेहतर भविष्य के लिए जल संरक्षण एवं पौधारोपण का आव्हान किया।
बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश देते हुए प्रभारी मंत्री पटेल ने कहा कि ग्रीष्म काल में पेयजल की समस्या उत्पन्न होने लगी है। इस समस्या के निदान हेतु वृहद स्तर पर जल गंगा संवर्धन अभियान को संचालित करना है। उन्होंने सीईओ जिला पंचायत को निर्देश दिए कि जल संरक्षण के लिए अधिक से अधिक खेत तालाब, नदी तालाबों का निर्माण कराया जाए। साथ ही सम्मानित जन प्रतिनिधिगण भी अपने-अपने क्षेत्रों के ऐसे स्थानों को चयनित कर कार्य प्रारंभ कराएं। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे हैण्डपंप जो खराब हो चुके हैं, पेयजल योग्य नहीं हैं, उन्हें हटवाकर वर्षा का जल संरक्षण के योग्य बनाया जाए ताकि जितना जल उस हैण्डपंप के माध्यम से निकाल चुके हैं कम से कम उतना जल वर्षा जल के माध्यम से भूमि को वापस किया जा सके।
प्रभारी मंत्री पटेल ने पेयजल संकट के निदान हेतु किए गए प्रयास एवं कार्ययोजना के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए पेयजल व्यवस्था हर हाल में सुचारू बनाई रखी जाए। ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए जिससे की किसी भी नागरिक को पेयजल की समस्या नहीं रहे और इधर-उधर भटकना नहीं पडे। उन्होंने उपार्जन की समीक्षा के दौरान बनाए गए केन्द्रों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि उपार्जन केन्द्रों पर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या विवाद की स्थिति नहीं बने, इसके लिए समुचित व्यवस्था की जाए।
उन्होंने राजस्व महाअभियान में नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, आधार सीडिंग की प्रगति के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित कर कहा कि जिन मुक्तिधाम और मन्दिरों पर अतिक्रमण है, उन्हें मुक्त कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने एमपीईबी की समीक्षा कर लहार, भिण्ड, मेहगांव और गोहद में प्रगतिरत सब स्टेशन के कार्य प्रारंभ और पूरा होने की टाईम लाइन के संबंध में जानकारी ली एवं आवश्यक निर्देश दिए।