आंगन में खेल रहे मासूम पर श्वान का हमला, डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर बचाई आंख

पिता बोला- मैंने देखा तो श्वान के जबडे में था बेटा

ग्वालियर, 05 अप्रैल। ग्वालियर में स्ट्रीट डॉग का आतंक लगातार बढता जा रहा है। यह आवारा डॉग सबसे ज्यादा अब छोटे बच्चों को अपना शिकार बना रहे हैं। ताजा मामला शिवपुरी के श्रीपुर गांव का है। शुक्रवार को बच्चे का जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में ऑपरेशन कर डॉक्टर ने आंख बचाई है। बच्चे के चेहरे पर आंख के ठीक ऊपर 10 सेमी लंबा और 2 सेमी चौडा गहरा घाव हो गया है।
बच्चे के पिता सुवेंद्र चिराड ने बताया कि जब श्वान ने हमला किया तो बच्चे के पास ही पत्नी खडी थी। मैंने देखा कुछ ही देर में कुत्ते के जबडे में बेटे का चेहरा था। पत्नी नहीं दौडती तो श्वान उसे खींचकर ले जाता। श्वान के हमले से बच्चे का कान तक लटक गया।
प्रारंभिक इलाज में लगाए थे 15 टांके
हमले में घायल हुए बच्चे को उसकी मां और पिता जयारोग्य के ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे थे, बच्चे की हालत देखकर डॉक्टरों के सामने सबसे बडी चुनौती बच्चे की आंख बचाने की थी। ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टरों ने प्रारंभिक इलाज के तौर पर 15 टांके लगाने के बाद बच्चे की मरहम पट्टी की। इसके बाद उसे सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में रेफर कर दिया था। जहां शुक्रवार को सुपर स्पेशियलिस्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर ने मासूम बच्चे का करीब 2 घंटे ऑपरेशन और सर्जरी के दौरान 150 टांके लगाकर उसके घावों को भर दिया है। ऑपरेशन के बाद बच्चे को मेडिसिन वार्ड में रेफर कर दिया है। बच्चे के चेहरे पर इतनी गहरे घाव है कि वह कुछ बोल भी नहीं पा रहा है।
3 अस्पतालों में डॉग बाइट के आए 250 मरीज आए
शहर में डॉग बाइट के मामले दिन प्रतिदिन बढ रहे हैं। स्थिति यह है कि मंगलवार से शुक्रवार तक शहर के तीन अस्पतालों में चली दो घंटे की ओपीडी में डॉग बाइट के 256 के करीब मरीज इलाज के लिए आए है। इनमें सबसे अधिक जेएएच के पीएसएम विभाग में डॉग बाइट के 103 मरीज आए। 96 मरीज जिला अस्पताल मुरार में आए। इसके अलावा सिविल अस्पताल हजीरा में डॉग बाइट के 57 मरीज आए है।
मौसम बदलने के कारण डॉग एग्रेसिव
वरिष्ठ पशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आशीष उपाध्याय ने बताया कि गर्मी का सीजन डॉग के प्रजनन का समय है। बदलते मौसम के कारण डॉग थोडे आक्रामक हो जाते हैं। इसलिए इनसे दूरी बनाए रखें। इससे बचने के लिए घर के आस-पास डॉग के पीने के लिए पानी का इंतजाम करके रखें। डॉग्स को अनावश्यक रूप से छेडे नहीं।
श्वान के हमले से घायल बच्चे की सर्जरी की गई
बच्चे की सर्जरी करने वाले बाल चिकित्सा सर्जरी विभाग डॉ चित्रांगद चौधरी का कहना है कि आवारा डॉग के हमले से घायल हुए 4 साल के बच्चे की सर्जरी की गई थी, डॉग ने बच्चे की आंख के पास, भौंए और कान को बुरी तरह से काटा था। बच्चे का प्लास्टिक सर्जन द्वारा सर्जरी करनी थी लेकिन किसी कारण बस से नहीं हो पाई क्योंकि बच्चे की हालत ज्यादा खराब थी इसलिए उसकी सर्जरी की गई थी। बच्चे की हालत अभी ठीक है और उसे मेडिसिन वार्ड में शिफ्ट कर दिया है।