* जिला स्तरीय समिति की बैठक में दिए निर्देश
* नशे का अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई पर दिया जोर
ग्वालियर, 04 अप्रैल। नशा मुक्त भारत अभियान को जिले में प्रभावी ढंग से मूर्तरूप देने के लिए गतिविधियों का एक वर्षीय कैलेण्डर तैयार करें। साथ ही सभी गतिविधियों को इस प्रकार से अंजाम दें, जिससे सार्थक परिणाम सामने आएं। इस आशय के निर्देश कलेक्टर रुचिका चौहान ने नशा मुक्त भारत अभियान के तहत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक में संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय एवं अन्य संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने मादक पदार्थों की अवैध बिक्री में लिप्त तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने पर बल दिया। साथ ही कहा कि कार्रवाई के साथ-साथ नशे के खिलाफ जन जागरुकता कार्यक्रम भी प्रभावी ढंग से चलाए जाएं। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति अभियान के तहत होने वाली कार्रवाई की हर माह चौथी टीएल बैठक में समीक्षा की जाएगी। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार भी मौजूद थे।
कलेक्टर रुचिका चौहान ने निर्देश दिए कि ग्वालियर शहर सहित जिले में ऐसे स्थलों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई करें, जहां पर अवैध रूप से मादक पदार्थों की बिक्री की जाती है। उन्होंने शिक्षण संस्थाओं के आसपास विशेष ध्यान रखने पर जोर दिया। साथ ही सहायक आबकारी आयुक्त को निर्देश दिए कि महाविद्यालयों के समीप स्थित ढाबों पर छापामार कार्रवाई कर यह सुनिश्चित करें कि यहां पर अवैध रूप से बीयर व शराब की बिक्री न हो। उन्होंने यह भी कहा कि आबकारी विभाग के अमले को नार्कोटिक्स विंग से संबंधित प्रशिक्षण भी दिलाया जाए, जिससे विभागीय अमला नार्कोटिक्स से संबंधित आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मजबूत प्रकरण तैयार कर सकें।
बैठक में कलेक्टर चौहान ने यह भी निर्देश दिए कि मेडीकल स्टोर से बगैर डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के ऐसी दवाएं न बिकें जिनका उपयोग नशे के लिए किया जा सकता है। इसके लिए ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा लगातार मेडीकल स्टोरों की जांच की जाए। उन्होंने तंबाकू नियंत्रण के जिला नोडल अधिकारी को भी सार्वजनिक स्थल पर तंबाकू, गुटखा व सिगरेट का उपयोग करने वालों के खिलाफ लगातार अर्थदण्ड की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने नशा मुक्ति अभियान के तहत की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी फोटोग्राफ सहित निर्धारित एप पर अपलोड करने के निर्देश भी दिए। साथ ही सहायक आयुक्त जनजाति कल्याण विभाग को छात्रावासों का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करें कि विद्यार्थी नशे की प्रवृत्ति से दूर रहें। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित बैठक में अपर आयुक्त नगर निगम मुनीष सिकरवार, एएसपी निरंजन शर्मा, प्रभारी संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय नरेश गुप्ता, सहायक आबकारी आयुक्त राकेश कुर्मी तथा समिति के अन्य सदस्यगण मौजूद थे।
ड्रग्स के लिहाज से हॉट स्पॉट चिन्हित कर लगातार कार्रवाई पर जोर
कलेक्टर रुचिका चौहान ने कहा ग्वालियर सहित संपूर्ण जिले में ऐसे हॉट स्पॉट चिन्हित करें जहां पर नशे के अवैध कारोबार में लिप्त लोग अक्सर पकडे जाते रहे हैं। इन हॉट स्पॉट पर लगातार छापामार कार्रवाई कर दोषियों को जेल भेजें। उन्होंने कहा कि ऐसी मैपिंग भी करें कि किस क्षेत्र में किस प्रकार के नशा करने वाले अक्सर पकडे जाते हैं, जिससे इन क्षेत्रों में प्रभावी कार्रवाई के साथ-साथ जन जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा सके।
व्यापक स्तर पर चलाएं जन जागरूकता गतिविधियां
कलेक्टर रुचिका चौहान ने कहा नशे की प्रवृत्ति के खिलाफ लोगों को जागरुक करने के लिए व्यापक स्तर पर जन जागरुकता गतिविधियां चलाई जाए। उन्होंने खासतौर पर महाविद्यालयों, आठवीं कक्षा से ऊपर के स्कूलों बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर नशे के खिलाफ जन जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा। साथ ही शिक्षण संस्थाओं में नशे के दुष्प्रभावों पर केन्द्रित निबंध, चित्रकला, वाद-विवाद जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सहायक आयुक्त आबकारी से कहा कि इन सभी स्थलों पर शराब से होने वाले नुकसान पर केन्द्रित बैनर भी लगवाएं। जन जागरण गतिविधियों में खिलाडियों व आंगनबाडी कार्यकर्ताओं का भी सहयोग लें। कलेक्टर ने सहायक आबकारी आयुक्त से कहा कि 21 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति को मदिरा नहीं दी जा सकती। जिले की सभी मदिरा दुकानों को इस बात के लिए स्पष्ट रूप से ताकीद कर दें।
धर्म गुरुओं के माध्यम से लोगों को दिलवाएं नशा न करने का संकल्प
विभिन्न धार्मिक आयोजनों में धर्म गुरूओं के माध्यम से लोगों को नशा न करने का संकल्प दिलवाने के लिए भी कलेक्टर ने कहा। उन्होंने कहा कि संतजनों व धर्मगुरुओं द्वारा दिलाए जाने वाले संकल्प को लोग मानते हैं, इसलिए इस काम को प्रमुखता से कराएं।