एक हजार करोड रुपए से विकसित किया जाएगा बरासों तीर्थ क्षेत्र

-414 फिट ऊंचाई का बनेगा अत्याधुनिक सुमेरू पर्वत, अस्पताल, स्कूल, गौशाला व धर्मशाला का भी होगा निर्माण

भिण्ड, 27 फरवरी। जिले में स्थित बरासों तीर्थ क्षेत्र में लगभग एक हजार करोड रुपए से तीर्थ क्षेत्र को विकसित किया जाएगा। इसमें करीब 400 करोड रुपए की लागत से 414 फीट की ऊंचाई का विशाल एवं अत्याधुनिक सुमेरू पर्वत बनेगा। इसके साथ ही अस्पताल, स्कूल, गौशाला एवं धर्मशाला आदि का निर्माण भी बरासों तीर्थ क्षेत्र में किया जाएगा। इसका शिलान्यास 16 मार्च को किया जाएगा। यह जानकारी तपस्वी जैनाचार्य 108 सुबल सागर महाराज ने पत्रकारों को दी।
उन्होंने बताया कि जैन समाज के बरासों तीर्थ क्षेत्र में तीन बार भगवान महावीर स्वामी का समोशरण आया था, लेकिन उसके बावजूद भी यह तीर्थ क्षेत्र अभी तक विकास से वंचित रहा। ऐसे में अब जैन आचार्य 108 सुबल सागर महाराज ने इस तीर्थ क्षेत्र को विकसित करने का बीडा उठाया है। मार्च महीने में 10 मार्च से लेकर 14 मार्च तक पंच कल्याणक कार्यक्रम इस तीर्थ क्षेत्र में आयोजित किए जाएंगे। वहीं 16 मार्च को 414 फीट ऊंचे सुमेरू पर्वत की आधार शिला रखी जाएगी। सुमेरू पर्वत की चौडाई 171 फीट रहेगी।
आचार्य सुबल सागर महाराज ने बताया कि सुमेरु पर्वत को बनाने में लगभग 400 करोड रुपए का खर्चा आएगा। इसके साथ ही 400 से 600 करोड रुपए में तीर्थ क्षेत्र में अन्य विकास कार्य किए जाएंगे। जिनमें धर्मशाला का निर्माण, अस्पताल, विद्यालय निर्माण, पशुओं और पक्षियों के लिए अलग से अस्पताल, जिनालय का निर्माण आदि कार्य किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि शिलान्यास के लिए मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को आमंत्रण दिया जा रहा है। इसके साथ ही भव्य कार्यक्रम में लगभग एक लाख लोगों के जुटने की संभावना उन्होंने जताई है। जिसके लिए जिलाधीश संजीव श्रीवास्तव एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. असित यादव से भी बातचीत की गई है, ताकि तीर्थ क्षेत्र में पर्याप्त व्यवस्थाएं की जा सकें।