इंदौर में पदस्थ डीएफओ महेन्द्र सोलंकी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मौत के कारणों की जांच की जा रही है। मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है।
इंदौर 12दिसम्बर:- इंदौर में पदस्थ डीएफओ 59 वर्षीय महेंद्र सिंह सोलंकी ने शुक्रवार को नवरत्न बाग कालोनी स्थित अपने शासकीय बंगले में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पलासिया पुलिस मर्ग दर्ज कर आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है। उनका कमरा सील कर दो मोबाइल जब्त कर लिए हैं। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अमित सिंह के अनुसार पुलिस को घटना की सूचना शाम सवा पांच बजे मिली। महेंद्र सिंह को दोपहर में अपर मुख्य सचिव अनुपम राजन की बैठक में भी जाना था लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य खराब होने का हवाला देकर छुट्टी ली थी। उन्होंने कर्मचारी से बुखार की दवा मंगवाई और कमरे में जाकर सो गए। करीब चार बजे रसोइया किशोरी सेन चाय का पूछने गया लेकिन उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। करीब एक घंटे बाद किशोरी फिर गया और दरवाजा नहीं खोलने पर चालक रतनसिंह को बुलाया। रतन और किशोरी ने धक्का देकर दरवाजा खोला तो महेंद्र सिंह का शव पंखे से लटका पाया।
टी.आई मनीष मिश्रा के अनुसार महेंद्रसिंह का शव प्रथम मंजिल स्थित कमरे में मिला है। घटना के समय उनकी मां चंपाबाई और पिता कन्हैयालाल सोलंकी नीचे हाल में ही थे। पुलिस को सुसाइड नोट नहीं मिला। कमरे में मिले दो मोबाइल के लाक खुलवाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने पारिवारिक कारणों से आत्महत्या की शंका जताई है। सूत्रों के मुताबिक महेंद्रसिंह के मोबाइल पर लगातार काल आ रहे थे। शंकर नाईक नामक व्यक्ति लगातार वाट्सएप काल लगा रहा था।