– नवकरणीय ऊर्जा मंत्री शुक्ला ने किया सोलर प्लांट का निरीक्षण
– दो घण्टे तक प्लांट की विभिन्न इकाईयों को बारीकी से देखा
भोपाल, 17 अक्टूबर। सौभाग्य की बात है कि तीर्थ क्षेत्र में फ्लोटिंग प्लांट की आधारशिला रखी गई। जो आज सौर ऊर्जा की विद्युत इकाई के रूप में समर्पित है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस प्रोजेक्ट को पूरा कर ऊर्जा के क्षेत्र में एक नया आयाम मप्र में जोडा। यह बात प्रदेश के नवीन नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने 90 मेगावाट के बेक वाटर में बने सौर ऊर्जा प्लांट के निरीक्षण के दौरान कही।
मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा कि निमाड क्षेत्र की धारा इस परियोजना के आने से एक नए आयाम को जोडेगी। इसकी कुछ यूनिट का काम बांकी है। जिसे जल्द पूरा कर इसे भी शुरू किया जाएगा। कुछ स्थानों को लेकर करीब करीब काम पूर्ण हो चुका और वहां पर सौर ऊर्जा की विद्युत सप्लाई भी की जा रही है। उन्होंने करीब दो घण्टे तक परियोजना के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर निरीक्षण किया और बोट ही उन्होंने वहां पर किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान एलएनटी सहित अन्य विभाग के अधिकारियों ने परियोजना के संबंध में जानकारी दी।
देश के तैरते सोलर पावर प्लांट का निरीक्षण करते हुए मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा कि पीएम मोदी का ग्रीन एनर्जी को लेकर जो विजन है। उसी के तहत इस प्रोजेक्ट को दो चरणों में बनाया जा रहा है, पहले चरण में 278 मेगावाट और दूसरे चरण में बाकी क्षमता वाला प्लांट लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 278 मेगावाट क्षमता के फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट बनाए जा रहे हैं, जिसमें से 88 मेगावाट क्षमता का प्लांट एनएचडीसी, 100 मेगावाट क्षमता का प्लांट एएमपी एनर्जी और 90 मेगावाट क्षमता का प्लांट एसजेवीएन द्वारा विकसित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश और केन्द्र की भाजपा सरकार प्रदेश के नए कार्यों को स्थापित कर रही है और उसी के मद्देनजर यह सोलर ऊर्जा का प्लांट भी उसी की एक कडी है। देश में भाजपा सरकार के आने के बाद से लगातार विकास और उन्नति के मार्ग खुले हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक लक्ष्य देकर सभी को इस काम में जोडा है। जनता की सेवा और नए आयाम को छूकर विकास की इबादत प्रदेश में फैलाई जा रही है। इससे पूर्व मंत्री शुक्ला ने तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर के दर्शन किए और प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की। ज्ञात रहे कि एमपी के ओंकारेश्वर में यह तैरता सोलर पार्क ओंकारेश्वर बांध पर बनाया जा रहा है। भारत का सबसे बडा और दुनिया के सबसे बडे 600 मेगावाट के तैरते सोलर पावर पार्क में से एक, 90 मेगावाट क्षमता वाला पहला तैरता सोलर प्लांट शुरू हो गया है।