एनएएस परीक्षा के लिए शिक्षकों को बीआरसी ने दिया प्रशिक्षण

भिण्ड, 15 अक्टूबर। शा. उमावि दबोह में बीआरसी अजय झा द्वारा शिक्षकों की बैठक रखी गई, जिसमे नेशनल अचीवमेंट परीक्षा की तैयारी में किसी प्रकार कमी न रहे इसके लिए अधिकारियों से लेकर शिक्षकों तक ने अपना पूरा ध्यान एनएएस की परीक्षा पर लगाया हुआ है।
विद्यार्थियों की तैयारी बेहतर करवाने के लिए शिक्षा विभाग एक-एक बच्चे को स्टडी मेटेरियल मुहैया करवा रही है जिसके चलते मंगलवार को दोपहर एक बजे बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें शा. उमावि दबोह एवं शा. कन्या हाईस्कूल के अंतर्गत लगने बाले समस्त शासकीय/ अशासकीय विद्यालयों के संस्था प्रभारियों को बीआरसीसी एवं एमआईएस द्वारा प्रशिक्षित किया गया। जिसमें बीआरसी अजय झा ने अध्यापकों को नेशनल अचीवमेंट परीक्षा के संबंध में नवीनतम जानकारी दी। उन्होंने बताया कि परीक्षा में तीसरी, छठवी के विद्यार्थी हिस्सा लेंगे विद्यार्थियों की तैयारी बेहतर करवाने के लिए शिक्षा विभाग एक-एक बच्चे को स्टडी मेटेरियल मुहैया करवा रहा है, ताकि उसकी मदद से विद्यार्थी परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ अधिकाधिक तैयारी कर सके।
उन्होंने बताया कि इन अभ्यास के जरिए शिक्षक विद्यार्थियों की कमियों को भी देख सकेंगे, शिक्षकों को भी एनएएस की परीक्षा को लेकर किसी प्रकार का कोई संशय या सवाल बांकी ना रहे, इसके लिए शिक्षा विभाग ने उनकी सहायता के लिए सैंपल प्रश्न पत्र तैयार किए हैं। जो पूरी तरह से एनएएस की परीक्षा के पैटर्न पर ही आधारित हैं, इन प्रश्न पत्रों की मदद से शिक्षक विद्यार्थियों की तैयारी के साथ साथ उन्हें प्रश्न पत्रों का फार्मेट भी बताकर जागरूक कर रहे है, ताकि जब एनएएस की परीक्षा शुरू हो और विद्यार्थियों के हाथों में प्रश्न पत्र आए तो उन्हें किसी प्रकार की समस्या न हो। इसके अलावा एनएएस की परीक्षा में प्रत्येक विद्यार्थी शामिल हो, इसके लिए शिक्षकों ने अभिभावकों का भी सहयोग मांगा है। अंत में गणवेश खाता अपडेशन पर प्रशिक्षित ड्रॉप बॉक्स में दिख रहे बच्चों का समाधान टेबलेट क्रय एवं रजिस्ट्रेशन पर चर्चा छात्रवृत्ति अपडेशन, बेहतर शिक्षा एवं छात्र संख्या बढाने पर चर्चा विद्यालय की लिखाई रगाई पुताई पर चर्चा, सार्थक ऐप पर उपस्थिति दर्ज एमडीएम मैसेज, चैकर, मेकर व अन्य आदि की चर्चा की गई। इस दौरान एमआईएस रमाकांत चंसौलिया, सीएसी जेपी कुशवाह, मुकेश दूरवार एवं नरेन्द्र कौरव आदि मौजूद रहे।