पूजा से पितरों को मिलती है शांति, परिजनों के कष्टों का होता है निवारण : आनंद शास्त्री

-त्र्यंबकेश्वर में कराई पितृ दोष की पूजा, पितृ पक्ष में जिले से पहुंचे सैकडों लोग

भिण्ड, 02 अक्टूबर। पितृ पक्ष में पितरों के तर्पण, श्राद्ध एवं पूजा का विधान है। पितृ पक्ष में किए गए पिण्डदान से पितरों को संतुष्टि मिलती है और परिवारीजनों को कई प्रकार से राहत महसूस होती है। बताते हैं कि महाराष्ट्र में नासिक जिले के त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग के सानिध्य में की गई पूजा और पिण्डदान का विशेष महत्व होता है।
इस साल पितृ पक्ष में भिण्ड जिले से सैकडों लोग नासिक महाराष्ट्र के त्र्यंबकेश्वर पहुंचे और उन्होंने अपने पितरों के तर्पण के लिए पूजा अर्चना कर पिण्डदान किए। त्र्यंबकेश्वर के पं. आनंद मिश्र शास्त्री भागवताचार्य बताते हैं कि यहां भगवान शिव का 10वां ज्योतिर्लिंग है, जहां भगवान शिव, ब्रह्मा और विष्णु के साथ विराजे हैं। इसलिए यहां का विशेष महत्व है। यहां पूजा कराने से जहां पितरों को शांति प्राप्त होती है, वहीं परिवारीजनों को संतुष्टि मिलती है तथा उनके कष्टों का निवारण भी होता है। उन्होंने बताया कि पितृ पक्ष में पितृ शांति एवं कालसर्प शांति की पूजा अधिकाधिक होती है, वैसे तो पूजा बारह मास चलती रहती हैं।
त्र्यंबकेश्वर के पं. आनंद शास्त्री ने बताया कि वहां पितृ शांति पूजा, नारायण नागबलि पूजा, महा मृत्युंजय जाप, रुद्र अभिषेक पूजा, नवग्रह शांति पूजा, त्रिपिण्डी श्राद्ध पूजा, काल सर्प शांति पूजा पूरी निष्टा और विधि-विधान से कराई जाती है, जिसका फल यजमानों को मिलता है। उन्होंने बताया कि त्र्यंबकेश्वर में देश के प्रत्येक प्रदेश और जिलों से लोग पूजा-अर्चन करने आते हैं। जहां यह क्रम साल भर चलता है लेकिन पितृपक्ष में पितरों की पूजा का विशेष महत्व होता है। एक सवाल के जबाव में उन्होंने बताया कि इस बार पितृ पक्ष के दौरान उनके पास मप्र के भिण्ड, मुरैना एवं ग्वालियर जिले से सैकडों की संख्या में लोग पूजा कराने आए।

इनका कहना है-

पितृ पक्ष में इस बार त्र्यंबकेश्वर जाकर पितृ शांति पूजा कराने का अवसर मिला। आनंद शास्त्री ने विधि-विधान से पूजा कराई, जिससे हमें संतुष्टि प्राप्त हुई।
रामशंकर शर्मा, पत्रकार, आर्य नगर भिण्ड

पितृ शांति पूजा कराने चार दिन पहले त्र्यंबकेश्वर पहुंचे, जहां पं. आनंद शास्त्री से मुलाकात हुई और विधान पूर्वक पूजा करवाई।
सुरेन्द्र सिंह कुशवाह, चतुर्वेदी नगर भिण्ड

नासिक महाराष्ट के त्र्यंबकेश्वर पहुंचकर पिछले सप्ताह काल सर्प शांति की पूजा पं. आनंद शास्त्री द्वारा कराई। इस पूजा से शांति का अनुभव हो रहा है।
विकास बौहरे, बडेरी जिला भिण्ड