– भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सांसद संध्या राय ने ली पत्रकार वार्ता
भिण्ड, 24 सितम्बर। हमारे लिए संविधान श्रद्धा और अस्था का केन्द्र है। कांग्रेस ने कभी भी संविधान के मूलभूत आरक्षण सिद्धांतों को सही भावना और रूप में लागू करने की राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं दिखाई। नेहरू सरकार ने 1956 में पिछडे वर्गों को आरक्षण देने की रिपोर्ट को खारिज कर दिया। नेहरू ने 1961 में मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर कहा कि आरक्षण से अक्षमता और दोयम दर्जे का मानक पैदा होता है। उन्होंने डॉ. अंबेडकर के सामाजिक व राजनैतिक जीवन को समाप्त करने का षड्यंत्र किया। यह बात भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष एवं भिण्ड-दतिया सांसद संध्या राय ने सर्किट हाउस भिण्ड पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। पत्रकार वार्ता में अजा मोर्चा के जिलाध्यक्ष पिंकी सागर, मप्र सफाई कर्मचारी आयोग के पूर्व सदस्य सुनील बाल्मिक उपस्थित थे।
सांसद संध्या राय ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि 2019 में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के लिए आरक्षण की शुरुआत। 2019 में वित्त आयोग और संविधान की छठी अनुसूची से संबंधित प्रावधानों में संशोधन, 2019 में लोकसभा और विधानसभाओं में अजा और अजजा (एससी/ एसटी) आरक्षण का 10 वर्षों के लिए विस्तार किया गया। 2021 में राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को अपनी ओबीसी सूची में परिवर्तन करने का अधिकार प्रदान किया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2015 से शासकीय स्तर पर संविधान दिवस मनाना चालू किया। उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में संसद के दोनों सदनों में संविधान पर चर्चा कराने का निर्णय किया, जिसका कांग्रेस ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर और संविधान सभा ने संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण को मान्यता नहीं दी थी, फिर भी आबीसी कोटा से आंध्रप्रदेश में चार प्रतिशत, केरल में आठ प्रतिशत और तमिलनाडु में 3.5 प्रतिशत आरक्षण मुस्लिम समुदाय को देकर संविधान का उल्लंघन किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपनी सरकारों में कभी भी बाबा साहेब का तैलीय चित्र संसद में नहीं लगने दिया। न ही उन्हें कभी भारत रत्न देने का विचार किया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कल्याण मंत्रालय को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के रूप में बदला। उन्होंने कहा कि एक असमान समाज में जहां अजा, अजजा और पिछडा वर्ग अभी भी ऐतिहासिक अक्षमताओं से पीडित हैं, वे जो चाहते हैं वह सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण है, न कि केवल कल्याण। मंत्रालय का नाम बदलने का हमारा निर्णय कल्याण की अवधारणा की तुलना में समानता और सामाजिक-आर्थिक मुक्ति के मूल्यों के प्रति एक मजबूत प्रतिबद्धता द्वारा निर्देशित है। बाबा साहेब के जीवन से जुडे सभी ऐतिहासिक स्थलों को केवल भूमि व स्थल न मानकर अपितु उनको तीर्थस्थल का सम्मान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने दिया। बाबा साहेब के जीवन से जुडी पांच महत्वपूर्ण स्थानों को भाजपा सरकारों ने विकसित किया।
सांसद कहा कि कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी कि आरक्षण खत्म करने की बात को कहकर समाज को झूठ बोलकर गुमराह कर रहे हैं, क्योंकि उनकी संस्कृति में हमेशा झूठ बोलने की आदत है और अभी तक अजा एवं अजजा समाज, दलित, पिछडा वर्ग, आदिवासी समुदाय के लोगों को झूठ बोलकर वोट की तुष्टिकरण की नीति चलकर समाज को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका विकास, सबका विश्वास, सबका संकल्प और सबका विकास की योजना को लेकर अंत्योदय मिशन के साथ सरकार काम कर रही है।