बेसली नदी का जलस्तर हुआ कम, प्रशासन ने राहत की सांस ली

-जलभराव से सेवा सहकारी संस्थाओं के गोदामों में रखा खाद्यान्न हुआ खराब

भिण्ड, 15 सितम्बर। अनुभाग गोहद क्षेत्र में बुधवार-गुरुवार को हुई भारी बारिश के चलते गोहद क्षेत्र के अधिकांश गांव इसकी चपेट में आ गए थे। साथ ही बैसली नदी ने भी पूरी तरह अपना रौद्र रूप धारण कर लिया था। जिसे देखते हुए प्रशासन भी पूरी तैयारी के साथ अलर्ट जारी कर राहत एवं बचाव कार्य जारी किया। साथ ही खतरे वाली जगहों को चिन्हित कर उस स्थान पर आम नागरिकों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था, लेकिन अब बैसली नदी का जलस्तर लगातार कम होता जा रहा है। नदी का जलस्तर कम होने से प्रशासन ने राहत की सांस ली और पुल से आवागमन पुन: चालू कर दिया गया है।
ज्ञात हो कि बुधवार-गुरुवार को हुई भारी बारिश के कारण गोहद क्षेत्र में तिल्ली, ज्वार, बाजारे, आदि फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। साथ ही धान की फसल में भी पानी भरा है। खेत भी पानी में डूबे हैं। ऐसे में धान की फसल भी खराब होने की संभावना बनी हुई है। इसके अलावा गोहद अनुभाग के मौ क्षेत्र की ग्राम पंचायत खेरियाजल्लू की सेवा सहकारी संस्था देहगांव में गोदाम में रखी 2200 बोरी खाद, 50 क्विंटल गेंहू, 45 क्विंटल चावल, 20 क्विंटल शक्कर तथा एक बोरी नमक तथा सेवा सहकारी संस्था एण्डोरी के 50 बोरी गेहूं, 50 बोरी चावल, रते का पुरा दुकान पर 150 बोरी खाद, चितौरा सेवा सहकारी संस्था गोदाम पर 50 कट्टा गेहूं, 50 कट्टा चावल, एक हजार कट्टा खाद इन सभी संस्थाओं पर रखा माल अधिकांश खराब हो गया है। क्योंकि गोहद में बीते दिनों में 274 मिमी बारिश हुई है। इसलिए यह पानी किसानों साथ साथ आम नागरिकों के लिए आफत बनकर बरसा है।