प्रामावि एवं हाईस्कूल जमुहा में शिक्षा का स्तर मिला गुणवत्ताहीन

– विद्यालय में एक दर्जन शिक्षक हैं पदस्थ

भिण्ड, 11 सितम्बर। एसडीएम लहार विजय सिंह यादव एवं नायब तहसीलदार जगन कुशवाहा लगातार शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार के लिए प्रयास कर रहे हैं, उसी क्रम में दोनों अधिकारी शा. प्राथमिक माध्यमिक एवं हाईस्कूल जमुहा पहुंचे, जहां कक्षा एक से पांचवी तक के कुल दर्ज 122 बच्चों में से 16 बच्चे उपस्थित मिले। वहीं हाईस्कूल में दर्ज 144 बच्चों में से मात्र 39 बच्चे ही उपस्थित मिले।

प्राचार्य एवं शिक्षकों के बीच नहीं दिखा सामंजस्य, ग्रामीणों ने की प्राचार्य की शिकायत
प्राथमिक विद्यालय में पहुंचकर जब एसडीएम विजय यादव ने जानकारी ली तो प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों एवं प्रभारी प्राचार्य माखनलाल शाक्य के बीच यहां सामंजस्य का अभाव देखने को मिला। शिक्षकों ने आरोप लगाए कि प्रभारी प्राचार्य के द्वारा उन्हें ना हीं अभी तक एफएलएन किट एवं ब्लैक बोर्ड उपलब्ध कराई गई है, जिससे वह बच्चों को नहीं पढा पा रहे हैं। जब नायब तहसीलदार कुशवाहा ने अलमीरा को खुलवाया तब वहां एफएलएन किट एवं बच्चों को पढाने के चार्ट पडे मिले, जिसमें प्रभारी प्राचार्य द्वारा ताला लगा हुआ था, तत्काल सामग्री शिक्षकों को उपलब्ध कराई गई। स्कूल में हैण्डपंप भी खराब था, जिसको सुधार करने के निर्देश तत्काल एसडीएम ने पीएचई विभाग को दो दिन में उसे दुरुस्त करने के निर्देश दिए, ताकि बच्चों को स्वच्छ पानी उपलब्ध हो सके।
जिम करने की एक लाख की मशीन बिना उपयोग के ही हो गई खराब
प्राथमिक विद्यालय पहुंचकर एसडीएम ने सांझा चूल्हा का खाना चेक किया, खाना मीनू अनुसार था, बच्चों से जानकारी ली बच्चों ने बताया कि प्रतिदिन बेहतर खाना मिलता है, परंतु रसोईया ने प्राचार्य पर आरोप लगाए कि उन्हें जो दो सिलेण्डर प्राप्त हुए थे उनमें से एक ही सिलेण्डर का उपयोग कर पा रहे हैं। दूसरा सिलेण्डर प्राचार्य ने एक साल से अपने पास रखा हुआ है, मौके पर ही एसडीएम ने सिलेण्डर रसोईया को देने के निर्देश दिए एवं दोनों कार्यालयों को खाली कराकर हाईस्कूल में शिफ्ट करने के निर्देश दिए, ताकि प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को बैठने के लिए पर्याप्त जगह हो सके। वहीं एक लाख से अधिक कीमत की एक्सरसाइज मशीन स्कूल को दी गई थी जो प्राचार्य की उदासीनता के चलते ऐसे कक्ष में रख दी गई, जिसका ताला कभी नहीं खुला एवं कक्ष की छत गिरने से मशीन पूर्णत नष्ट हो गई है, जो प्राचार्य की घोर उदासीनता को दर्शाती है। प्राचार्य सहित दो शिक्षकों की तनख्वाह तीन लाख रुपए परंतु बच्चों का शैक्षणिक स्तर शून्य है। वहीं नायब तहसीलदार कुशवाहा ने दसवीं के बच्चों को अंग्रेजी पढाई। प्रभारी प्राचार्य माखनलाल शाक्य के विरुद्ध कार्रवाई के लिए प्रस्ताव कलेक्टर को भेजा है। वहीं शिक्षिका मायादेवी दोहरे एवं शिक्षक महेश गुप्ता का सात-सात दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं।