-एसडीएम के मांगने पर नहीं दिखा पाए मान्यता के कागजात
भिण्ड, 08 अगस्त। एसडीएम लहार विजय यादव शुक्रवार को सुबह 11 बजे असवार कस्बे में संचालित जीपीएस स्कूल पहुंचे। जहां लगभग 70 नोनिहालों को छोटे-छोटे कमरों में जिनमें ठीक ढंग से प्रकाश एवं हवा की भी व्यवस्था नहीं थी, पढाया जा रहा था। जब एसडीएम स्कूल पहुंचे और उन्होंने मान्यता के दस्तावेज मांगे तो स्कूल संचालक कोई जवाब नहीं दे पाया और मूकदर्शक बनकर खडा रहा। एसडीएम ने स्कूल स्टाफ से संबंधित रजिस्टरों को जप्त कर लिया।
एसडीएम लहार ने जब स्कूल संचालक सुरेन्द्र सिंह कौरव से पूछा कि यह स्कूल कैसे संचालित हो रहा है, तो उसने बताया कि स्कूल नहीं मैं कोचिंग पढाता हूं। तब एसडीएम ने पूछा कि बच्चे ड्रेस भी पहने हुए हैं, टिफिन और पानी की बोतल लेकर आए हैं, शिक्षिकाएं विधिवत सभी कमरों में पढा रही हैं, दीवार पर बोर्ड बने हुए हैं, स्टाफ का उपस्थिति रजिस्टर मेंटेन है, तो बताओ यह कैसी कोचिंग है? स्कूल संचालक इसका जवाब नहीं दे पाया। बच्चों ने एसडीएम को बताया कि स्कूल सुबह सात से एक बजे तक लगता है। स्टाफ अप्रशिक्षित पाया गया, उनमें से कई स्नातक प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राएं पाए गए।
साईं कृपा स्कूल में मिली अनियमितताएं
इसके पश्चात एसडीएम असवार में संचालित साई कृपा मेमोरियल मिडिल स्कूल पहुंचे, जहां स्कूल से उन्होंने मान्यता के कागज मांगे तो मान्यता 2025 तक की पाई गई। जब कार्यालय में देखा तो बडी मात्रा में कक्षा दो से सातवीं तक की किताबें एवं बच्चों की ड्रेसें वहां पाई गईं। जो शुल्क लेकर छात्रों को उपलब्ध कराई जाती हैं। एसडीएम ने वहां उपलब्ध शिक्षक देवकांत त्यागी से पूछा कि स्कूल संचालक कहां है तो उन्होंने बताया कि केसरीनंदन रावत एवं सत्यप्रकाश गुप्ता द्वारा इस स्कूल का संचालन किया जाता है। एसडीएम ने जब बात करने के लिए उन्हें फोन लगाया तो कई बार फोन लगाने के बाद भी दोनों संचालकों ने ने फोन नहीं उठाया।
न सुविधाएं मिली, न व्यवस्थाएं
प्राइवेट स्कूल बच्चों से मोटी फीस लेते हैं कि वह उन्हें बेहतर कक्षाएं, खेल का मैदान, शौचालय सुविधा उपलब्ध कराएंगे। परंतु निरीक्षण में एसडीएम लहार ने पाया कि कक्षाओं की दीवारों चटकी हुई हैं, दीवारों में पानी बैठ रहा है। कक्षाओं में अनावश्यक वस्तुएं, मशीन, पाइप रखी हुई है, जिसे किसी समय दुर्घटना हो सकती है। उक्त कार्रवाई में एसडीएम के साथ लहार बीआरसी अजय झा मौजूद रहे।
इनका कहना है-
दोनों विद्यालयों को सील कर दिया गया है। नियमानुसार कार्रवाई हेतु प्रकरण बनाकर कलेक्टर को भेजा जा रहा है।
विजय यादव, एसडीएम लहार