हैजा फैलने पर लापरवाही बरतने वालों की रिटार्यड जज से कराई जाए जांच: डॉ गोविंद सिंह

हैजा फैलने पर लापरवाही बरतने वालों की रिटार्यड जज से कराई जाए जांच: डॉ गोविंद सिंह

पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने सीएम को लिखा पत्र, बोले मृतकों को 10-10 लाख का मुआवजा दे सरकार

भिण्ड 16जून:- जिले के फूफ कस्बे में हैजा से 90 लोगों के बीमार होने और तीन लोगों की मौत के मामले पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए की आर्थिक मदद दिए जाने की मांग की है। साथ ही इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने तथा रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित कर उच्च स्तरीय जांच कराई जाने की मांग भी की। उन्होंने अपने पत्र में लिखा फूप में हैजा जैसी गंभीर महामारी फैली है, वहां अब तक 90 से अधिक लोग बीमार हो चुके हैं। तीन लोगों की जान जा चुकी है। वर्तमान में भी कई मरीज अस्पताल में इलाज ले रहे हैं। यह बीमारी दूषित पानी पीने के कारण फैली है। इस बात को स्वयं म.प्र. सरकार के केबिनेट मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा है। यह आश्चर्यजनक बात है कि प्रदेश की भाजपा सरकार लाखों दावे करने के बाद भी लोगों को स्वच्छ पेयजल मुहैया नहीं करा पा रही है। इससे लोगों की जान पर बन आई है। इस सबके बाबजूद भिण्ड का जिला प्रशासन अपना ढीला रवैया अपना रहा है। मरीजो के सैंपल समय पर नहीं भेजे गए, जिस बजह से बीमारी का पता चलने में ही पांच दिन बीत गए। अभी भी अधिकारी बीमारी की रोकथाम की बजाय हैजा की पुष्टि होने से इन्कार कर रहे हैं। यह एक बहुत ही गंभीर विषय है। मेरी मांग है कि इस बीमारी से जिन लोगों की मौत हुई है, सरकार उनको 10-10 लाख रूपए और बीमार लोगों को 5-5 लाख रूपए का मुआवजा दे। साथ ही बीमार लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य की व्यवस्था की जाए।