रासेयो शिविर में आदर्श परिवार विषय पर संगोष्ठी आयोजित
भिण्ड, 14 दिसम्बर। शा. महाविद्यालय मेहगांव की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय शिविर के छठवें दिन योग एवं व्यायाम के साथ शुभारंभ किया गया। शिविर स्थल को पॉलीथिन मुक्त कर परियोजना कार्य के अंतर्गत गोद ग्राम कन्हारी में स्वयं सेविकाओ ने ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ’ अभियान के अंर्तगत जागरुकता का संदेश दिया। विशिष्ट अतिथि शा. उत्कृष्ट उमावि क्र.एक भिण्ड के शिक्षक डॉ. धीरज सिंह गुर्जर, अभिभाषक संघ मेहगांव के उपाध्यक्ष पंकज सेंथिया, अजमेर सिंह नरवरिया ने सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। बौद्धिक सत्र में ‘आदर्श परिवार’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
विशिष्ट अतिथि डॉ. धीरज सिंह गुर्जर ने आदर्श परिवार को परिभाषित करते हुए कहा कि परिवार में सुसंस्कारिता का वातावरण बनाना प्रत्येक विचारशील जागरुक और विवेकवान व्यक्ति का प्रथम कर्तव्य है। परिवार निर्माण में प्रधानतया सदविचारों और सदगुणों का प्रयोग करना पडता है। क्योंकि व्यक्ति और समाज की मध्यवर्ती कडी है आदर्श परिवार। आदर्श परिवार की उपयोगिता की व्याख्या की, मां को उन्होंने प्रथम गुरू बताया जो बच्चों में संस्कारित करती हैं। गुर्जर ने सभी स्वयं सेविकाओं को नारे एवं लक्ष्य गीत गाकर, अपनी अनुभव बताकर प्रोत्साहित किया और छात्राओं को आने वाला भविष्य बताया।
पंकज सेंथिया ने बताया कि अपने बडों का सम्मान करना और उनके आदर्शों पर चलना चाहिए। परिवार एक ऐसा छोटा राष्ट्र है जिसकी सुरक्षा, सुविधा, सुव्यवस्था एवं प्रगति के लिए वैसे ही कौशल की आवश्यकता पडती है, जैसे किसी शासनाध्यक्ष को अपने देश को सुखी, सुरक्षित रखने के लिए करनी पडती है। अजमेर सिंह ने मिल-जुलकर रहने को ही आदर्श परिवार कहा। मंच संचालन अहिल्याबाई होलकर समूह द्वारा उपं आभार डॉ. साधना सिंह ने व्यक्त किया।
जीवाजी विश्वविद्यालय समन्वयक, जिला संगठन के सानिध्य से प्राचार्य डॉ. आरके डबरिया के मार्गदर्शन में कार्यक्रम अधिकारी गिरिजा नरवरिया द्वारा सात दिवसीय इकाई शिविर आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रो. अनुग्रह दत्त शर्मा, डॉ. साधना सिंह, डॉ. रेखा सुमन, डॉ. हर्षद मिश्रा, प्रो. आलोक मिश्रा, प्रो. सुनील बंसल, प्रो. पुरुषोत्तम सिंह तोमर, प्रो. शिवप्रकाश नरवरिया, प्रो. वंदना, प्रो. दुर्गेश गुप्ता, प्रो. अंबुजा गुप्ता, प्रो. राधाकृष्ण शर्मा सहित स्टाफ एवं 50 स्वयं सेविकाओं ने सहभागिता कर कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।