अपनी मांगों को लेकर मप्र के मुखिया से मिलने एक पैर से भोपाल चला दिव्यांग

भिण्ड, 23 सितम्बर। जिले के अकोडा नगर से 24 वर्षीय दिव्यांग बैसाखियों के सहारे अपनी याचिका लेकर मुख्यमंत्री से मिलने 527 किमी दूरी तय कर 30 सितंबर के आस-पास भोपाल पहुंचेगा।
अपनी मांगों को लेकर भिण्ड जिले के अधिकारियों से दुखी होकर पीडित एक पैर से दिव्यांग अपनी बीती बातकर समूचे प्रदेश के दिव्यांगों के जीवन मापन के लिए मप्र सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अपने गृह नगर परिषद अकोडा से रविन्द्र पुत्र कालीचरन शाक्य उम्र 24 साल जो 80 किमी दूरी चल मालनपुर उद्योग क्षेत्र में हाईवे 719 पर राहुल स्वीट्स पर बैठा अपनी बैसाखी के सहारे थक हुआ महसूस हो रहा था। इतने में नगर परिषद मालनपुर वार्ड क्र.14 के पार्षद पुत्र अमित जैन उर्फ रॉकी ने उसकी सेवा भाव से कोई कसर नहीं छोडी।
इस अवसर पर दिव्यांग रविन्द्र पुत्र कालीचरन शाक्य ने पत्रकारों के समक्ष अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि भिण्ड जिले के अधिकारियों से परेशान हूं, दफ्तरों के चक्कर काट चुका हूं। अब मैं अपनी यात्रा बैसाखी के सहारे चलकर पूरी करूंगे और समूचे प्रदेश के दिव्यांगों के साथ-साथ अपनी चार सूत्रीय मांग पत्र याचिका लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री को सौंपेंगे। जिसमें दिव्यांगों के लिए प्रति माह जीवन यापन करने हेतु पांच हजार रुपए पेंशन दी जाए, शासन द्वारा प्रदेश में एक टोल फ्री नंबर दिया जाए जिससे हम साथियों की समस्याओं का निदान हो सके। प्राइवेट या शासकीय बसों में दिव्यांग सीट पूर्व की तरह फ्री हो, शासकीय आवास दिए जाएं। इन चार सूत्रीय मांगों को लेकर याचिका बनाकर लेकर जा रहा हूं। मैं अपनी क्षमता से अनुसार 30 सितंबर तक पहुंचाने की कोशिश करूंगा, जो हमारे निज निवास से कुल 527 किमी दूर है। मैं अपनी नहीं समूचे दिव्यांगों की लडाई के लिए संघर्ष कर रहा हूं, कुछ पाने के लिए कुछ खोना पडता है।