भगवान की कथा सुनने से सभी पाप दूर हो जाते हैं : रामस्वरूपचार्य जी

पीडब्ल्यूडी कॉलोनी भिण्ड में चल रही श्रीराम कथा में हुई शिव विवाह का कथा

भिण्ड, 16 फरवरी। श्री मंशापूर्ण हनुमानजी की प्रेरणा से पीडब्ल्यूडी कॉलोनी भिण्ड में चल रही श्रीराम कथा के द्वितीय दिवस गुरुवार को श्रीश्री 1008 रामस्वरूपचार्य जी महाराज चित्रकूट धाम ने शिव विवाह की कथा का श्रवण कराते हुए कहा कि रामचरित मानस की हमें स्थापित करना चाहिए। आप सबका मन भगवान के चरणों में समर्पित होना चाहिए। कथा सुनने के लिए आए श्रृद्धा और विश्वास लेकर आएं। अधर्म को दूर करने के लिए हमारे जीवन का अंधकार दूर होना चाहिए।
श्री रामस्वरूपचार्य जी महाराज ने कहा कि भगवान की कथा सुनने से सभी पाप दूर हो जाते हैं, हमारी भावनाएं कथा सुनने के लिए निरंतर बनी रहनी चाहिए। हर व्यक्ति का शरीर भगवान की सेवा करने के लिए बनाया गया है। भगवान शंकर विश्वास हैं, पार्वती जी श्रृद्धा हैं। उन्होंने शिव विवाह का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान शिव के विवाह के बारे में पुराणों में वर्णन मिलता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव ने सबसे पहले सती से विवाह किया था, भगवान शिव का यह विवाह बड़ी जटिल परिस्थितियों में हुआ था, सती के पिता दक्ष भगवान शिव से अपने पुत्री का विवाह नहीं करना चाहते थे, लेकिन ब्रह्माजी के कहने पर यह विवाह संपन्न हुआ। शिव विवाह की कथा बड़ी अनोखी है। उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म में भगवान शिव को सभी देवी-देवताओं में सबसे बड़ा माना जाता है, ऐसा भी कहा जाता है कि भगवान शिव ही दुनिया को चलाते हैं, वह जितने भोले हैं उतने ही गुस्से वाले भी हैं। शास्त्रों के मुताबिक सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है, शिवजी को प्रसन्न करने के लिए लोग व्रत करते हैं। क्या आपको पता है कि भगवान शिव का विवाह बहुत ही अनूठा और और अद्भूत था, शिव विवाह से जुड़ी कई कथाएं प्रचलित हैं। कहते हैं कि भगवान शिव का विवाह बहुत ही अलग ढंग से हुआ था और उनकी बारात भी सबसे अलग थी, जिसमें सभी वर्ग के लोग शामिल हुए थे।

श्रीराम कथा में मंशापूर्ण हनुमान मन्दिर निर्माण के लिए श्रीमती हेमलता कुशवाह ने छह लाख रुपए दान स्वरूप देकर सहयोग प्रदान किया। जिनका व्यास जी ने सम्मान किया। साथ ही उन्होंने महाराजजी को गुलदस्ता देकर सम्मान किया। कथा में की आरती में परीक्षत बृजभूषण सिंह तोमर, मंशापूर्ण हनुमान मन्दिर समिति के अध्यक्ष एवं जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह जादौन, जिला शिक्षा अधिकारी हरिभुवन सिंह तोमर, भाजपा नेता विनोद शिवहरे शर्मा, इंजीनियर पीके शर्मा शामिल हुए।

आज होगा राम जन्म का प्रसंग

श्री मंशापूर्ण हनुमानजी की अनुकंपा से चल रही श्रीराम कथा में 17 फरवरी को राम जन्म की कथा का श्रीश्री 1008 रामस्वरूप आचार्य मुखारविंद से वर्णन किया जाएगा। 18 फरवरी को सुमित राघवन, ताड़का वध एवं अहिल्या उद्धार, 19 फरवरी को पुष्प वाटिका, राम विवाह, 20 फरवरी को राम वनगमन, 21 फरवरी को भरत चरित्र, 22 फरवरी को हनुमान चरित्र, 23 फरवरी को राज्याभिषेक की सुंदर कथा का प्रसंग सुनाया जाएगा।