एसडीओपी के आश्वासन पर ग्रामीणों ने 30 घण्टे बाद खत्म किया धरना प्रदर्शन
-बुद्धप्रकाश बौद्ध
आलमपुर, 08 नवम्बर। गेंथरी गांव के ग्रामीणों ने मंगलवार की दोपहर एसडीओपी पूनम शर्मा थापा के आश्वासन के बाद 30 घण्टे से ज्यादा समय तक थाना परिसर में चला धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया है। जिसमें आंदोलन कर रहे लोगों ने एसडीओपी पूनम को ज्ञापन देकर दो दिन का समय दिया है।
एसडीओपी को दिए ज्ञापन के अनुसार ग्रामीणों का कहना है कि यदि संबंधित तीनों पुलिसकर्मियों पर दो दिन में निलंबन की कार्रवाई नहीं की गई। तो हम ग्रामीण अगले दो दिन में आंदोलन करेंगे। आज दोपहर आलमपुर थाने पर पहुंची लहार की प्रभारी एसडीओपी पूनम थापा ने धरना में बैठी सबसे बुजुर्ग महिला प्रेमा देवी कौरव सहित ग्रामीणों को समझाइश दी एवं उन्हें जांच पड़ताल कर कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर धरना खत्म हुआ।
बता दें कि सोमवार की सुबह छह बजे कुछ एसटीएससी के आरोपियों को घर पर सिविल ड्रेस में तलाशने गई पुलिस पर एक वृद्ध महिला ने आरोप लगाया था कि पुलिसकर्मियों ने बिना परिचय एवं काम बताए हमारे घर में घुसकर हमारे और बहुओं के साथ दुव्र्यवहार किया तथा मेरे साथ गाली गलौज कर झूमाझटकी कर दी। जिस पर हम सब ग्रामीणों ने मिलकर थाने के सामने धरना प्रदर्शन किया।
लहार की प्रभारी एसडीओपी पूनम शर्मा ने धरने पर बैठी करीब 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला से कहा कि आप धरना खत्म कर दीजिए और हमें दो दिन का समय दीजिए, हम जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे। तो बुजुर्ग महिला ने उनकी बात को मानकर लगभग 30 घण्टे बाद धरना समाप्त कर दिया। इस दौरान रणवीर सिंह कौरव, अभिषेक कौरव, बीपी सिंह, लोकेन्द्र प्रताप सिंह कौरव, अजीत कौरव, राजेश कौरव सहित अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष नंदराम बघेल ने सुलझाया मामला
थाना परिसर में मौजूद आंदोलनकारियों के बीच आज दोपहर में जिला पंचायत उपाध्यक्ष नंदराम बघेल पहुंचे और उन सभी लोगों को समझाया तथा इस मामले में एसडीओपी पूनम थापा और थाना प्रभारी टीआई केदार सिंह यादव सहित अन्य समाजसेवियों के साथ बैठक की और मामले को शांत कराया। तब जाकर लोगों ने धरना खत्म किया।