भिण्ड, 08 जून। कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस की अध्यक्षता में जिला पंचायत भिण्ड के सभाकक्ष में ग्रामीण विकास विभाग की विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत समीक्षा कर कार्यों में तेजी से प्रगति लाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत जेके जैन, एडीएम प्रवीण फुलपगारे, एसडीएम भिण्ड उदय सिंह सिकरवार सहित पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग का समस्त अमला उपस्थित रहा।
कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने बैठक में ग्रामीण क्षेत्र में तालाब निर्माण, रूफ वाटर हार्वेस्टिंग, पौधारोपण सहित अन्य बिंदुओं पर जनपदवार विस्तृत समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। इसके अंतर्गत उन्होंने छोटे तालाब निर्माण अंतर्गत खराब प्रगति वाले एई लहार एवं रौन का एक हफ्ते का वेतन काटने के निर्देश संवंधित अधिकारी को दिए। साथ ही खराब प्रगति वाले सात सब इंजीनीयर आनंद प्रताप चौहान, जितेन्द्र तोमर, लोकेन्द्र जाट, रवीन्द्र परिहार, संजय खरे, सुरजीत मौर्य एवं आशुतोष श्रीवास्तव का एक हफ्ते का वेतन काटने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने बैठक में समस्त अमले को ग्रामीण क्षेत्र में स्थित सभी शासकीय भवनों पर रूफ वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था अनिवार्य कराने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि वर्षा जल संरक्षण अनिवार्य करना है जिससे उस क्षेत्र की वाटर लेबल बढ़ेगी। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में तालाब निर्माण पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्र में पौधारोपण कार्य पर भी ध्यान देकर ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करवाने की बात कही। उन्होंने कहा कि वृक्ष की जिंदगी के हर मोड़ पर अहम भूमिका होती है। इंसान हो या पशु-पक्षी हर किसी को ऑक्सीजन की जरूरत होती है। बिना ऑक्सीजन के व्यक्ति एक क्षण भी नहीं जीवित रह सकता है। इसलिए ऑक्सीजन बनाने के लिए वृक्षों का होना अत्यंत आवश्यक है। कलेक्टर ने बैठक में सभी जनपद ब्लॉक में मॉडल पोषण वाटिका बनाने के निर्देश दिए साथ ही उन्होंने नए कार्यों की स्वीकृति, मनरेगा, लेबर नियोजन आदि की भी समीक्षा कर आवश्यक निर्देश जारी किए।