भिण्ड, 20 अगस्त। शहर कांग्रेस कमेटी भिण्ड ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. राजीव गांधी की जयंती पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया। जिसका शुभारंभ में राजीव गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण श्रृद्धांजलि अर्पित की गई।
विचार गोष्ठी में जिला शहर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. राधेश्याम शर्मा ने कहा कि स्व. राजीव गांधी ने भारत में पंचायती राज की शुरुआत की, वे ऐसे युवा प्रधानमंत्री थे जिन्होंने समाज के सभी वर्गों के लोगों को अत्याधिक प्रभावित किया था। इस राजनीतिक सफलता-कुशलता का कारण यह था कि राजीव गांधी को अपने पिता फिरोज गांधी से ‘अपना काम खुद करो’ की प्रेरणा मिली थी। राजीव जी कहते थे कि उनको नाना पंडित नेहरू से ‘आराम हराम है’ तथा पिता फिरोज गांधी ने ‘श्रम की महत्ता और बिना झिझक के सच बोलनेÓ की प्रेरणा मिली थी। राजीव गांधी बहुत ही उदार प्रवृति वाले व्यक्ति थे। श्रीमती इन्दिरा गांधी की मृत्यु के बाद प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी इनकी कंधे पर आ गई थी, जिसकी वजह से इन्हें राजनीति में आना पड़ा था। 31 अक्टूबर 1984 को माता इन्दिरा जी की हत्या के बाद जब पहली बार राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली तो वे विश्व के लोकतंत्र के इतिहास में सबसे युवा प्रधानमंत्री थे। 1984 में ही वे इंका अध्यक्ष बने। हालांकि राजीव गांधी को सत्ता का कोई प्रत्यक्ष अनुभव नहीं था, फिर भी उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से गहरे अनुभव प्राप्त थे। उसी दिन राजीव गांधी ने रेडियो और टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम संदेश दिया। यह उनका पहला नीतिगत संबोधन था जो कि विज्ञान, टेक्नोलॉजी और राष्ट्र के स्वाभिमान को व्यक्त करता था। इस भाषण में राजीव गांधी के शासन का मूलमंत्र इस प्रकार प्रकट हुआ- ‘एक साथ मिलकर हमें एक ऐसा भारत बनाना है जो 21वीं सदी का आधुनिक भारत बने।’ यह कहना गलत नहीं होगा कि आज जिस भारत में हम सांस ले रहे हैं। जिस आधुनिक भारत का लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है। जिस भारत पर आज पूरी दुनिया की नजरें इनायत हैं। जिसे कल का विश्वशक्ति माना जा रहा है और कहा जा रहा है कि एक बार फिर भारत पूरे विश्व को एक नई राह दिखाएगा, यह राजीव गांधी की ही देन है। इन्हें आधुनिक भारत का शिल्पकार भी कहा जाता है।
नगर कांग्रेस अध्यक्ष संतोष त्रिपाठी ने कहा कि भारत में कंप्यूटर क्रांति लाने वाले राजीव गांधी नेहरू-गांधी परिवार की तीसरी पीढ़ी के सदस्य थे, देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री बनने का गौरव भी हासिल है। राजीव गांधी भारत में सूचना क्रांति के जनक माने जाते हैं, देश के कंप्यूटराइजेशन और टेली कम्युनिकेशन क्रांति का श्रेय उन्हें जाता है, स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत रिजर्वेशन दिलवाने का काम उन्होंने किया, मतदाता की उम्र 21 वर्ष से कम करके 18 वर्ष तक के युवाओं को चुनाव में वोट देने का अधिकार राजीव गांधी ने दिलवाया। इस अवसर पर वीरेन्द्र यादव, डॉ. अनिल भारद्वाज, स्नेहलता जैन, बलराम जाटव, अशोक गुप्ता, संजीव बरुआ, आनंद शाक्य, हरि राहुल सिंह, बंटी कुशवाह, मनोज जैन मामा, दीपू दुबे, पिंटू शर्मा, सूरजपाल सिंह राजावत, संजय यादव, नीरज त्रिपाठी आदि कांग्रेसी उपस्थित थे।