हुजूर बाबा सावन सिंह जी महाराज का 164वां जन्मोत्सव कार्यक्रम संपन्न

भिण्ड, 27 जुलाई। सावन कृपाल रूहानी मिशन शाखा भिण्ड के तत्वावधान में हुजूर बाबा सावन सिंह जी महाराज के 164वें जन्मोत्सव के अवसर पर संत राजिन्दर आश्रम फल मण्डी सर्किट हाउस के पास भिण्ड में सत्संग का आयोजन किया गया।


इस अवसर पर ग्वालियर से आए सत्संग प्रवक्ता काशीराम अंकलजी ने गुरु की महिमा बताई। उन्होंने कहा कि हुजूर बाबा सावन सिंह जी महाराज ने समस्त मानवता को प्रेम व सेवा का संदेश दिया है। हुजूर महाराज के कथनानुसार परमात्मा ने हमें मोहरें लगाकर नहीं भेजा है कि यह हिन्दू है, यह मुसलमान है, यह सिख है, यह ईसाई। जब उनसे पूछा गया कि आपका मजहब क्या है तो हुजूर ने फरमाया परमात्मा हिन्दू है तो में हिन्दू हूं, सिक्ख है तो में सिक्ख हूं, मुसलमान है तो में मुसलमान हूं, ईसाई है तो मैं ईसाई हूं। यह था उनका दृष्टिकोण उनके दरबार में सब कौमों, मुल्कों और समाजों के लोग आते थे। वे फरमाते थे कि जिस समाज में तुम हो वह समाज तुम्हें मुबारक। अपने-अपने समाजों में रहो, अपनी-अपनी बोली (समान सूचक) रखो, अपने-अपने चिन्ह चक्र, रीति रिवाज रखो, तुम्हारी रीति रिवाजो से मेरी गर्ज नहीं। मेरा तुम्हारा रश्ता परमार्थ का है। अपनी-अपनी समाजों में रहकर उस गर्ज (लक्ष्य) को हासिल करो जिसके लिए तुम किसी समाज में प्रवेश पाए हुए हो अर्थात् अपने आपको जानो और प्रभु से जुड़ो, जो सब समाजों की मूलभूत शिक्षा और परम लक्ष्य है। आज के युग में महापुरुषों की शिक्षाओं को सावन कृपाल रूहानी मिशन के सानिध्य से वक्त के महापुरुष परम संत राजिन्दर सिंह जी महाराज समस्त मानव जाति को मानव एकता, शांति, प्रेम व निष्काम सेवा का संदेश दे रहे है।
इस दौरान हुजूर बाबा सावन सिंह महाराज जी के जन्मोत्सव पर करीब तीन हजार सत्संगी भाई-बहनों ने इस कार्यक्रम का लाभ उठाया। बाल सत्संग के बच्चों ने महाराज जी के जन्मोत्सव के अवसर पर मनमोहक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम के अंत में हजारों की तादात में सत्संगी भाई बहनों को प्रसाद लंगर के रूप में दिया गया।